Noida: नोएडा-ग्रेटर नोएडा में छाई स्मॉग की चादर, रेड जोन में एक्यूआई
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में गुरूवार सुबह से ही स्मॉग की एक चादर ने पूरे वातावरण को ढक रखा है. जिसके चलते सुबह से ही लोगों को आंखों में जलन और खांसी की समस्या काफी बढ़ गई है. बाहर निकलने वाले लोगों के लिए खुद को बचाना एक बड़ा चैलेंज बन चुका है.
नोएडा, 2 नवंबर : नोएडा और ग्रेटर नोएडा में गुरूवार सुबह से ही स्मॉग की एक चादर ने पूरे वातावरण को ढक रखा है. जिसके चलते सुबह से ही लोगों को आंखों में जलन और खांसी की समस्या काफी बढ़ गई है. बाहर निकलने वाले लोगों के लिए खुद को बचाना एक बड़ा चैलेंज बन चुका है. एक्यूआई कि अगर बात करें तो वो भी खतरे के निशान से ऊपर है, यानी कि रेड जोन में.
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण का स्तर रेड जोन में है, जिसमें नॉलेज पार्क 3 इलाके में एक्यूआई 369 और नॉलेज पार्क 5 इलाके में एक्यूआई 324 दर्ज किया गया है. वहीं अगर पूरे ग्रेटर नोएडा की बात करें तो एक्यूआई 346 दर्ज किया गया है. नोएडा में कुछ इलाके हैं जहां अभी भी एक्यूआई रेड जोन में नहीं पहुंचा है, वहां माना ये जा रहा है कि जल्द ही आंकड़े 400 के पार होंगे. नोएडा के सेक्टर 93 में दुकान पर काम करने वाले रूपेश कुमार का कहना है कि वह जब अपने घर से बाहर निकला तो उसकी आंखों में जलन शुरू हो गई और आंखों से पानी आने लगा. साथ ही लगातार खांसी आने की समस्या भी उसने बताई. यह भी पढ़ें : Ayodhya Deepotsav: अयोध्या के दीपोत्सव में रामायण के सातों अध्यायों की दिखेंगी झांकियां
दूसरी तरफ, स्मॉग की चादर की वजह से बाहर निकालने वालों को और भी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसमें सबसे ज्यादा तकलीफ बुजुर्गों और बच्चों को हो रही है. प्रदूषण कंट्रोल विभाग और अथॉरिटी की टीमों के लगातार काम करने के बावजूद भी बढ़ते एक्यूआई को रोक पाना काफी मुश्किल हो रहा है. जगह-जगह सड़कों पर उड़ रही धूल और जलाए जा रहे कूड़े और मलबे की वजह से वातावरण खराब है. यह तभी साफ हो सकता है जब तेज हवा चले या बारिश हो, जिसके आसार फिलहाल अभी दिखाई नहीं दे रहे.