बाराबंकी, 4 मई: उत्तर प्रदेश की बाराबंकी पुलिस डॉन मुख्तार अंसारी के सहयोगी सुहैब मुजाहिद की डेढ़ करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क करने वाली है. मुजाहिद एक एंबुलेंस के फर्जी पंजीकरण के मामले में आरोपी है, जिसका इस्तेमाल मुख्तार को 2021 में पंजाब में रहने के दौरान रोपड़ जेल से अदालत लाने के लिए किया गया था. यह भी पढ़ें: Uttar Pradesh: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान, कहा- हम युवाओं को कट्टे से कलम की ओर ले जा रहे हैं
कोतवाली नगर थाने में मुजाहिद के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई. पुलिस ने कहा कि मुजाहिद के खिलाफ जांच में उसे मुख्तार अंसारी गिरोह का सक्रिय सदस्य पाया गया. वह पिछले 12 साल से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त है. पुलिस ने बताया कि उसने मिजार्पुर जिले के मूल जमालपुर में अचल संपत्ति अर्जित की है.
मिजार्पुर में 135.1 वर्ग मीटर भूमि पर 2022 में निर्मित भवन/अधिग्रहीत संपत्ति का अनुमानित कुल मूल्य 1.5 करोड़ रुपये है. 2 अप्रैल 2021 को बाराबंकी पुलिस ने फर्जी एंबुलेंस रजिस्ट्रेशन मामले में मुख्तार अंसारी, मुजाहिद व अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी.
उस मामले में मुख्तार अंसारी के साथ उनके सहयोगी राजनाथ यादव, शोएब मुजाहिद, आनंद यादव, शाहिद, सलीम, अलका राय, शेष नाथ राय पर एंबुलेंस से संबंधित दस्तावेज के संबंध में जालसाजी, आपराधिक साजिश, डराने-धमकाने और एक लोक सेवक को गलत जानकारी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया. बाद में अंसारी और उसके गिरोह के लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट का मामला दर्ज किया गया.