पहले पांच दिनों में 67 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने की अमरनाथ यात्रा, आज 5,124 यात्रियों का जत्था हुआ रवाना
67,000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने पहले पांच दिनों के दौरान अमरनाथ यात्रा की है जबकि शनिवार को 5,124 यात्रियों का एक और जत्था जम्मू से पवित्र गुफा के लिए रवाना हुआ. क्षेत्रीय मौसम कार्यालय ने अपने पूर्वानुमान में शनिवार को पवित्र गुफा के दोनों मार्गो पर आमतौर पर आसमान में बादल छाए रहने की बात कही है. पवित्र गुफा मंदिर की खोज 1850 में बूटा मलिक नाम के एक स्थानीय चरवाहे ने की थी.
जम्मू : 67,000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने पहले पांच दिनों के दौरान अमरनाथ यात्रा की है जबकि शनिवार को 5,124 यात्रियों का एक और जत्था जम्मू से पवित्र गुफा के लिए रवाना हुआ. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. यात्री शनिवार को भगवती नगर यात्री निवास दो सुरक्षा काफिले में कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुए. यात्रा 1 जुलाई से शुरू हुई थी.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "इनमें से बालटाल आधार शिविर के लिए 1,994 यात्री पहले सुरक्षा काफिले में तड़के तीन बजे रवाना हुए, जबकि 3,130 यात्री दूसरे सुरक्षा काफिले में पहलगाम आधार शिविर के लिए तड़के 3.20 बजे रवाना हुए."
क्षेत्रीय मौसम कार्यालय ने अपने पूर्वानुमान में शनिवार को पवित्र गुफा के दोनों मार्गो पर आमतौर पर आसमान में बादल छाए रहने की बात कही है. समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित अमरनाथ गुफा तीर्थस्थल पर इस साल की 45 दिवसीय वार्षिक हिंदू तीर्थयात्रा 15 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के साथ संपन्न होगी.
यात्री पवित्र गुफा के लिए पारंपरिक पहलगाम मार्ग से या बालटाल मार्ग से पहुंचते हैं. दोनों आधार शिविरों में तीर्थयात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध हैं. स्थानीय मुसलमानों ने हमेशा यह सुनिश्चित करने में मदद की है कि उनके हिंदू भाई आसानी और सुविधा के साथ यात्रा कर सकें. पवित्र गुफा मंदिर की खोज 1850 में बूटा मलिक नाम के एक स्थानीय चरवाहे ने की थी.