नूंह/गुरुग्राम, 5 अगस्त: हरियाणा के अधिकारियों ने हिंसा प्रभावित नूंह जिले में विध्वंस अभियान के तहत तीसरे दिन शनिवार को दर्जनों अवैध ढांचे ढहा दिए. अधिकारियों का कहना है कि इनमें से कुछ ढांचे कथित रूप से हाल की हिंसा में शामिल लोगों के भी थे.
राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि सांप्रदायिक झड़पों के संबंध में अब तक कुल 216 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 80 को एहतियातन हिरासत में लिया गया है तथा 104 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. हिंसा तब भड़की थी जब 31 जुलाई को नूंह जिले में एक धार्मिक जुलूस पर भीड़ ने हमला कर दिया था. Haryana Violence: नूंह हिंसा के बाद रेसलर बजरंग पुनिया ने तस्वीर शेयर कर दिया धार्मिक एकता का संदेश, देखें Tweet
विपक्ष हिंसा को लेकर खुफिया तंत्र के कथित रूप से विफल रहने की जांच की मांग कर रहा है जबकि विज ने कहा है कि नूंह जिले में धार्मिक शोभायात्रा के मद्देनजर तनाव पैदा होने की आशंका के बारे में उनके पास कोई खुफिया जानकारी नहीं थी.
नूंह के नए पुलिस अधीक्षक पी नरेंद्र बिजारणिया ने कहा कि दंगाइयों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा, "नूंह पुलिस ने शांति सुनिश्चित करने के लिए जिले के सभी उपमंडलों में फ्लैग मार्च किया." उन्होंने कहा कि दंगा-रोधी पुलिस को भी बड़ी संख्या में तैनात किया गया है.
नूंह के जिलाधिकारी धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि कर्फ्यू में शनिवार को दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक ढील दी गई है. उन्होंने कहा, "रविवार को भी कर्फ्यू में ढील दी जाएगी. लोग सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक जरूरी सामान खरीद सकते हैं."
जिला प्रशासन ने शनिवार को नलहड़ मेडिकल कॉलेज के आसपास की 2.6 एकड़ जमीन समेत 12 अलग-अलग स्थानों पर अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया. उप मंडल मजिस्ट्रेट अश्विनी कुमार ने कहा, “ये अवैध निर्माण थे. तोड़े गए ढांचों के मालिकों को पहले ही नोटिस दिए गए थे. कुछ अवैध ढांचों के मालिक ब्रज मंडल धार्मिक यात्रा के दौरान हुई हिंसा में शामिल थे. अभियान जारी रहेगा.''
नूंह के नवनियुक्त उपायुक्त खड़गटा ने कहा कि अवैध निर्माण और असामाजिक गतिविधियों पर कार्रवाई के लिए विभिन्न विभागों ने ऐसे स्थानों की सूची तैयार की थी. उन्होंने एक बयान में बताया, “आज जिले में नल्हड़ मंदिर क्षेत्र के अलावा पिनगवां, ग्राम बिसरू, ग्राम बीवा, नांगल मुबारिकपुर, पलड़ा शाहपुरी, अगोन, सहारा होटल के पास का क्षेत्र, अड़बर चौक, नल्हड़ रोड, तिरंगा चौक सहित कई अन्य स्थानों पर अवैध निर्माण तोड़े गए.”
खड़गटा ने बताया, “ इसी प्रकार टौरू उपमंडल क्षेत्र के तहसोला गांव में 24 अस्थाई एवं एक स्थाई निर्माण तोड़ा गया है.” गुरुग्राम से प्रवासी श्रमिकों के पलायन को रोकने के प्रयास में अधिकारियों ने शनिवार को झुग्गी-झोपड़ियों वाले कुछ इलाकों का दौरा किया और मजदूरों से बिना किसी डर के अपने दैनिक काम पर जाने का आग्रह किया.
कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के साथ-साथ आम लोगों में सुरक्षा के बारे में विश्वास पैदा करने के लिए जारी कवायद के तहत गुरुग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने शनिवार को यहां सेक्टर 58 और 70 के पास झुग्गियों का दौरा किया. यादव ने कहा, ‘‘यहां स्थिति अब शांतिपूर्ण है किसी को डरने की कोई जरूरत नहीं है.’’
उन्होंने कहा कि जिले में विभिन्न स्थानों पर रैपिड एक्शन फोर्स के दल तैनात किए गए हैं और हरियाणा पुलिस असामाजिक गतिविधियों में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है. रोहतक में एक मस्जिद के द्वार पर कुछ लोगों द्वारा कथित रूप से पत्थर फेंके जाने के बाद अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
रोहतक की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेधा भूषण ने बताया कि रोहतक के आनवाल में शुक्रवार रात करीब साढ़े दस बजे पथराव की घटना हुई और मस्जिद के इमाम इकबाल ने मामला दर्ज कराया. उन्होंने कहा कि मस्जिद के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मीडिया और सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है और हिंसा भड़काने में शामिल पाए जाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा, “ विफलता क्या थी यह जांच का विषय है. मैं इसे पहले दिन से कह रहा हूं और मैं इसे फिर से कहूंगा - चाहे वह कोई भी राजनीतिक नेता, सामाजिक कार्यकर्ता या अधिकारी हो, जिसकी भी लापरवाही पाई गई या जिसने हिंसा भड़काई, उसे जांच के तहत कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.”
कांग्रेस और विपक्षी दल हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली भाजपा व जजपा सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, "स्थानीय खुफिया इकाइयों ने लिखित रिपोर्ट दी थी कि दंगे होने की आशंका है. मुख्यमंत्री खट्टर क्यों सो रहे थे? उन्होंने कार्रवाई क्यों नहीं की." हालांकि, हरियाणा के गृह मंत्री विज ने ऐसी किसी भी खुफिया जानकारी होने के दावों को खारिज कर दिया है.
विज ने नूंह में भड़की हिंसा से संबंधित सवाल के जवाब में शुक्रवार को कहा, ‘‘मैंने अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) और पुलिस महानिदेशक से पूछा. उन्होंने भी यह कहा कि उन्हें कोई जानकारी नहीं थी.’’ विज ने कहा, ‘‘पता नहीं यह (खुफिया जानकारी) किसी के पास थी या नहीं, मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. कम से कम मुझे तो इसके बारे में पता नहीं था.’’ राज्य का आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के अधीन आता है. सांप्रदायिक झड़पों में दो होम गार्ड और एक इमाम समेत छह लोगों की मौत हो गई है.
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