मुंबई, 14 अगस्त: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने सोमवार को यहां पुष्टि की कि उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने का प्रस्ताव मिला है, लेकिन उन्होंने अभी तक इस पर अंतिम फैसला नहीं लिया है. यह भी पढ़े: Maharashtra Politics: दोनों भाई आएंगे साथ? उद्धव ठाकरे बोले 'मौका आने पर राज ठाकरे से बात करूंगा', जानें वजह
यहां पार्टी की बैठक में राज ठाकरे (पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई) ने यह खुलासा नहीं किया कि यह उन्हें यह पेशकश किसने की या कब की राज ठाकरे ने कहा कि उन्होंने पेशकश अभी कोई निर्णय नहीं लिया है, क्योंकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का शिवसेना गुट और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाला (एनसीपी) गुट महाराष्ट्र में शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना-भाजपा सरकार का हिस्सा हैं.
उन्होंने कहा, "चूंकि शिंदे और अजीत पवार सरकार के साथ हैं, और चूंकि भाजपा ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि अजीत पवार के साथ क्या किया जाएगा, इसलिए मैं इस पर कोई निर्णय नहीं ले सका उन्होंने आगे दलील दी कि अजीत पवार एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार का आशीर्वाद लेकर भाजपा के साथ वाले गठबंधन में शामिल हो गए हैं और जल्द ही एनसीपी का बचा हुआ गुट भी अजीत पवार के साथ आ जाएगा.
मनसे प्रमुख ने कहा कि 2014 के बाद से शरद पवार ने हमेशा 'नरेंद्र मोदी समर्थक' का रुख अपनाया है और भविष्यवाणी की है कि अजीत पवार गुट के बाद शरद पवार कैंप भी राज्य सरकार में शामिल होगा सत्तारूढ़ शिवसेना नेता संजय शिरसाट और अन्य ने भाजपा की पेशकश पर राज ठाकरे के बयानों का स्वागत किया और कहा कि अगर उन्होंने इसे स्वीकार किया, तो "यह मनसे के लिए फायदेमंद होगा" और सत्ता में तीन-पक्षीय गठबंधन, जबकि शरद पवार के दूसरेे भतीजे के बेटे एनसीपी विधायक रोहित पवार ने राज ठाकरे की भविष्यवाणी को खारिज कर दिया.
राज ठाकरे ने कहा कि उन्होंने 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनावों पर पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित किया, हालांकि उन्होंने संदेह जताया कि क्या राज्य में वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए नियोजित नगर निकाय चुनाव जल्द ही होने की संभावना है.