‘मिशन शक्ति’ की सफलता से थर्राये चीन और पाक, डर के मारे लगाई ये गुहार

आज अंतरिक्ष में हुए मिशन शक्ति के सफल परीक्षण से पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान की चिंताएं बढ़ गई. भारत की कामयाबी को हजम नही कर पा रहे दोनों देशों ने उल्टा ज्ञान दे डाला. भारत उपग्रह-भेदी क्षमता हासिल कर चौथा अंतरिक्ष महाशक्ति बन गया है.

चीन व पाकिस्तान का झंडा (File Image)

नई दिल्ली: आज अंतरिक्ष में हुए मिशन शक्ति के सफल परीक्षण ने पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान की चिंताएं बढ़ा दी है. भारत की कामयाबी को हजम नही कर पा रहे दोनों देशों ने अंतरिक्ष शांति को लेकर ज्ञान दे डाला है. भारत उपग्रह-भेदी क्षमता हासिल कर चौथा अंतरिक्ष महाशक्ति बन गया है. अभी तक यह तकनीक सिर्फ अमेरिका, चीन और रूस के पास थी.

भारत ने पृथ्वी की निचली कक्षा में लाइव सैटेलाइट को मार गिराने का सफल परीक्षण किया. अंतरिक्ष में पृथ्वी की निचली कक्षा में 300 किलोमीटर दूर एक उपग्रह को भारत ने नष्ट कर दिया है. इसके बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर अंतरिक्ष का सैन्यकरण नहीं करने की बात कही. पाकिस्तान ने कहा की युद्ध की ओर जाने वाले कदम से बचना चाहिए. साथ ही कहा कि मिशन शक्ति जैसे परीक्षण को देखना अंतरराष्ट्रीय समुदाय की जिम्मेदारी है.

यह भी पढ़े- ‘मिशन शक्ति’ की सफलता पर गदगद पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों से कही ये बड़ी बात, देखें वीडियो

उधर, पाकिस्तान का हर मौसम दोस्त माना जाने वाला चीन भी भारत की तारीफ करने के बजाय सीख देने में जुट गया. चीन के विदेश मंत्रालय ने मिशन शक्ति पर रिएक्शन देते हुए कहा कि हमें आशा है कि हर देश बाहरी अंतरिक्ष में शांति और धीरज बनाए रखेंगे.

चीन ने साल 2007 में एसैट (ASAT) मिसाइल का सफल परीक्षण किया था. जिस वजह से चीन की जमकर आलोचना हुई थी. तब चीन ने कहा था की वह बाहरी अंतरिक्ष में किसी भी तरह की हथियारों की दौड़ में भाग नहीं लेगा.

गौरतलब हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार दोपहर को कहा कि भारत उपग्रह-रोधी क्षमता हासिल करते हुए अमेरिका, रूस और चीन के बाद दुनिया की चौथी अंतरिक्ष महाशक्ति बन गया है. पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, "जटिल अंतरिक्ष कुशलता का उपयोग कर अंतरिक्ष में करीब 300 किलोमीटर दूर एक पूर्व निर्धारित लक्षित उपग्रह को नष्ट करते हुए तीन मिनट में मिशन पूरा हो गया." उन्होंने कहा, "इसने किसी भी अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन नहीं किया है. देश के लिए यह गर्व का क्षण है. हमारे वैज्ञानिकों ने यह संभव कर दिखाया.

Share Now

\