नई दिल्ली: आम आदमी के लिए राहतभरी खबर है. महंगाई की मार झेल रही जनता को जल्द ही एक गुड न्यूज मिल सकती है. मानसून के बाद दूध सस्ता हो सकता है. केंद्र सरकार का मानना है कि मानसून के बाद दूध की कीमतों में गिरावट आ सकती है. केंद्रीय पशुपालन, मत्स्य पालन और डेयरी राज्य मंत्री परषोत्तम रूपाला ने कहा कि मानसून के बाद दूध की कीमतें कम होने की उम्मीद है क्योंकि हरे चारे की कीमतें घट रही हैं. चारे की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण पिछले कुछ महीनों में दूध की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं अब जल्द ही इसमें गिरावट की उम्मीद है. चावल निर्यात पर बैन से विदेशी भारतीयों में घबराहट.
बढ़ती कीमतों से कब मिलेगी राहत?
केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला ने कहा कि दूध जैसी जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव आम बात है. “चारे का थोक मूल्य सूचकांक घटते रुझान पर है; आगामी मानसून सीज़न के साथ हरे चारे की उपलब्धता में सुधार के कारण जनवरी में यह 248, अप्रैल में 237 और जून में 222.70 था. इसे देखते हुए, मुझे उम्मीद है कि मानसून के मौसम के बाद दूध की कीमतें स्थिर हो जाएंगी.”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पशुपालन और डेयरी विभाग देश में दूध की खरीद और बिक्री की कीमतों को रेगुलेट नहीं करता है. कीमतें सहकारी और निजी डेयरियों द्वारा उनकी प्रोडक्शन कॉस्ट और मार्केट फोर्सेस के बेस पर तय की जाती हैं.
द मिंट की एक रिपोर्ट में परषोत्तम रूपाला के हवाले से कहा गया है, "मानसून के मौसम के बाद और सर्दियों के मौसम की शुरुआत में, हम दूध प्रोडक्शन टॉप पर देख रहे हैं और और इस तरह, फ्लो सेटल्ड हो जाएगा व्यवस्थित हो जाए और कीमतों में कमी भी देखने को मिल सकती है."