महाराष्ट्र: भीषण गर्मी और लू से आपका हाल हो सकता है बेहाल, आने वाले दिनों में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान

महाराष्ट्र में गर्मी में अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है. भारतीय मौसम विभाग द्वारा जारी ऑल इंडिया बुलेटिन के अनुसार, महाराष्ट्र के कई हिस्सों में आने वाले दिनों में तापमान में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी देखी जा सकती है. आईएमडी की मानें तो अगले दो दिनों के दौरान महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 40-43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: देश के अधिकांश हिस्सों में भीषण गर्मी ने अपना प्रकोप (HeatWaves)  दिखाना शुरू कर दिया है. महाराष्ट्र (Maharashtra) में बुधवार को भी तापमान (Temperature) में बढ़ोत्तरी जारी रही, क्योंकि इस दिन भी गर्मी (Summer) के पारे में औसत वृद्धि दर्ज की गई. 13 मई को भारतीय मौसम विभाग (Indian Meteorological Department) द्वारा जारी ऑल इंडिया वेदर बुलेटिन (All India Weather Bulletin) के अनुसार, महाराष्ट्र के कई हिस्सों में आने वाले दिनों में तापमान में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी देखी जा सकती है. आईएमडी (IMD) की मानें तो अगले दो दिनों के दौरान महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 40-43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.

मौसम विभाग के अनुसार महाराष्ट्र की तरह तेलंगाना, रायलसीमा और उत्तर आंतरिक कर्नाटक में भी मौसम का मिजाज गर्म रहने वाला है. आईएमडी का कहना है कि उत्तर पूर्वी राज्यों में अगले 5 दिनों के भीतर गरज के साथ तेज बारिश होने की संभावना है. स्काईमेट वेदर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र के मालेगांव में सबसे अधिक 43.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है, जिससे यह भारत का सबसे गर्म क्षेत्र बन गया है. इसके साथ ही अकोला में 43.4 डिग्री सेल्सियस और जलगांव में 43 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है. यह भी पढ़ें: Heatwave in India: राजस्थान- महाराष्ट्र समेत देश के इन हिस्सों में भीषण गर्मी, 45 डिग्री सेल्सियस के साथ कोटा सबसे गर्म स्थान, मालेगांव में 44.4 डिग्री तापमान

मंगलवार को राजस्थान के कोटा में तापमान का पारा 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे कोटा लगातार दो दिनों (10-11 मई) तक भारत का सबसे गर्म स्थान बना रहा. महाराष्ट्र में मालेगांव, जलगांव, यवतमाल, परभणी, नांदेड और अहमदनगर ऐसे जिले हैं, जहां तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. साल 2020 के मानसून के बारे में जानकारी देते हुए आईएमडी ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून 16 मई के आसपास अंडमान सागर और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह पर पहुंच सकता है.

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