मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर सियासी घमासान अभी भी जारी है. बीजेपी-शिवसेना की बीच यह घमासान आज तब और बढ़ गया जब मोदी सरकार में मंत्री व शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. सावंत के इस्तीफा देने के बाद यह साफ हो गया कि शिवसेना अब बीजेपी के साथ केंद्र के साथ ही राज्य में भी साथ नहीं रहना चाहती है. वहीं अब कहा जा रहा है कि शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस की मदद से राज्य में सरकार बना सकती है. खबरों की माने तो एनसीपी-शिवसेना को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने के लिए तैयार है. लेकिन उसे कांग्रेस के फैसले का इंतजार है.
बीजेपी- शिवसेना के बीच बढ़े मन -मुटाव के बाद ही शिवसेना को समर्थन देने को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की तरफ से मुंबई में एक बैठक का आयोजन किया गया. बैठक खत्म होने के बाद एनसीपी प्रवक्ता नवाब मालिक (Nawab Malik) ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस के विधायक शिवसेना को समर्थन देने के लिए तैयार हैं. लेकिन कांग्रेस वर्किंग कमिटी को इसके बारे में फैसला करना है. नवाब मालिक की तरफ से यह भी कहा गया है कि हम फैसला लेने के लिए कांग्रेस का इंतजार कर रहे हैं. क्योंकि हमने एकसाथ विधानसभा का चुनाव लड़ा और जो भी फैसला लिया जाएगा वह एक साथ लिया जाएगा. यह भी पढ़े: कांग्रेस का महाराष्ट्र पर मंथन, मुंबई इकाई के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम ने जल्द चुनाव की जताई आशंका
Nawab Malik, NCP after party's core group meeting on govt formation in Maharashtra: Congress MLAs are in favour of supporting Shiv Sena-led government, but Congress Working Committee (CWC) is the supreme body to decide on their party line. https://t.co/tNn3ZkIDUJ
— ANI (@ANI) November 11, 2019
बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर शिवसेना को समर्थन दिया जाए या विपक्ष में बैठा जाए. दिल्ली में कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में बैठक चल रही है. इस बैठक में वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल, केसी वेणुगोपाल और मल्लिकार्जुन खड़गे मौजूद है. बैठक के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि कांग्रेस शिवसेना को अपना समर्थन देगी या नहीं. ज्ञात हो कि महाराष्ट्र में कांग्रेस- एनसीपी एक साथ मिलकर चुनाव लड़ी है. कांग्रेस को जहां 44 सीटें मिली हैं तो वहीं एनसीपी को 54 सीट. दोनों ये पार्टियां शिवसेना को अपना समर्थन दे देती हैं तो शिवसेना बड़े ही आसानी से अपने 56 विधायकों के साथ महाराष्ट्र में सरकार बना सकती है.