Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अमित शाह ने भाजपा का 'संकल्प पत्र' किया जारी
भारतीय जनता पार्टी ने चुनावी राज्य महाराष्ट्र के लिए अपना 'संकल्प पत्र' रविवार को जारी कर दिया है. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और दिग्गज भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने इसको विकसित भारत और विकसित महाराष्ट्र का रोडमैप बताया.
मुंबई, 10 नवंबर : भारतीय जनता पार्टी ने चुनावी राज्य महाराष्ट्र के लिए अपना 'संकल्प पत्र' रविवार को जारी कर दिया है. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और दिग्गज भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने इसको विकसित भारत और विकसित महाराष्ट्र का रोडमैप बताया. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मुंबई में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी का 'संकल्प पत्र' जारी कर दिया है. इस दौरान देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि भाजपा का यह संकल्प पत्र भारत और महाराष्ट्र के विकास का रोडमैप है. भाजपा जो कहती है, उसको पूरा भी करती है.
भाजपा के संकल्प पत्र की कुछ महत्वपूर्ण वादों की बात करें तो पार्टी ने किसानों के कर्ज माफी का वादा किया है. साथ ही महिलाओं को हर महीने 2,100 रुपए देने, वृद्धा पेंशन योजना के अंतर्गत 1,500 के बजाय 2,100 रुपए देने और महाराष्ट्र में 25 लाख लोगों को रोजगार देने का वादा किया गया. पार्टी ने 2028 तक महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है. यह भी पढ़ें : रेप हुआ, मां ने भी साथ छोड़ा, फिर अकेले लड़ी मुकदमा! 11 साल की बहादुर लड़की ने दरिंदे सौतेले पिता को दिलाई 30 साल की सजा
संकल्प पत्र जारी करने के दौरान अमित शाह ने महाविकास अघाड़ी को घेरते हुए उनके नेताओं पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बनावटी मुद्दे, लंबे समय तक नहीं टिकते, उनकी चुनावी घोषणाएं लालच के लिए हैं. वहीं, भाजपा का घोषणा पत्र को लोगों की उम्मीदों का संकल्प है. हमारा संकल्प पत्र पत्थर पर खींची लकीर है. उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीटें हैं. जिनके लिए एक ही चरण में 20 नवंबर के दिन मतदान प्रस्तावित है. सभी निर्वाचन क्षेत्रों के नतीजे एक साथ 23 नवंबर को सामने आएंगे.
विपक्षी महागठबंधन महाविकास अघाड़ी में शामिल कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी), सत्ता पर काबिज महायुति सरकार को हटाने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है. वहीं, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भाजपा और अजित पवार की एनसीपी के गठबंधन वाली महायुति सरकार के सामने एक बार फिर सत्ता में बने रहने की चुनौती है.