Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में महिला पुलिस जवानों ने पेश की मानवता की मिसाल
बताया गया है कि सुठालिया के ग्राम मोड़बड़ली की 25 वर्षीय इकलेश बाई की प्रसव पीड़ा को देख उसके पिता अपनी बेटी को सिविल अस्पताल ब्यावरा ले जाने के लिये घर से निकले थे. पिछले चार-पांच दिन से लगातार हो रही वर्षा से सुठालिया थाने के पीछे मउ निरहे के नाले में उफान आने से आगे जाना मुश्किल था. बेटी का दर्द देख पिता नजदीक के थाने पहुँचा और सहायता मांगी.
राजगढ़: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में जारी बारिश (Rain) से जहां तबाही का मंजर दिख रहा है तो दूसरी ओर मानव सेवा की कहानियां भी सामने आ रही है. राजगढ़ (Rajgarh) जिले में प्रसव पीड़ा से कराहती महिला की मदद के लिए खाकी वदीर्धारी दो महिलाएं सामने आई. उन्होंने उस महिला का न केवल प्रसव कराया बल्कि उसे अस्पताल (Hospital) तक पहुॅचाया. यह आपदा के दौर में मदद करने वाली मानवसेवा की मिसाल है. Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में हुआ बड़ा हादसा, मकान ढहने से छह लोगों की मौत
मामला राजगढ़ जिले के सुठालिया थाना क्षेत्र का है, जहां मूसलाधार बारिश के बीच एक गर्भवती महिला प्रसव के लिए अस्पताल के लिए घर से निकली. बारिश से सड़क पर पानी भरा होने से उसका अस्पताल पहुँचना मुश्किल हो रहा था. गर्भवती महिला के सड़क पर होने की जानकारी जैसे ही थाने में पदस्थ महिला सब इंस्पेक्टर अरूंधति राजावत को मिली, वह अपनी सहयोगी आरक्षक इतिश्री के साथ महिला की सहायता करने पहुँच गई. गर्भवती महिला की हालत को देखते हुए अरूंधति राजावत ने बिना समय गंवाये महिला को न केवल एक आटो में संरक्षण दिया बल्कि महिला का सुरक्षित प्रसव कराया. प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ है.
बताया गया है कि सुठालिया के ग्राम मोड़बड़ली की 25 वर्षीय इकलेश बाई की प्रसव पीड़ा को देख उसके पिता अपनी बेटी को सिविल अस्पताल ब्यावरा ले जाने के लिये घर से निकले थे. पिछले चार-पांच दिन से लगातार हो रही वर्षा से सुठालिया थाने के पीछे मउ निरहे के नाले में उफान आने से आगे जाना मुश्किल था. बेटी का दर्द देख पिता नजदीक के थाने पहुँचा और सहायता मांगी. थाने में पदस्थ महिला सब इंस्पेक्टर अरूंधति राजावत स्वास्थ्य केन्द्र से नर्स को बुलाकर अपनी टीम के साथ तुरंत गर्भवती महिला के पास पहुँची. इन महिलाओं की पूरी टीम ने इकलेश बाई का सफल प्रसव करवाया. नवजात शिशु को जब उसकी मॉ इकलेश बाई ने अपनी गोद में लिया तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
इकलेश बाई बताती है कि यदि समय पर पुलिस बहनें न आती तो मेरी और मेरे होने वाले बच्चे की जान को खतरा हो सकता था. उन्होंने सब इंस्पेक्टर अरूंधति राजावत और उनकी टीम के प्रति धन्यवाद और आभार भी माना.
इकलेश बाई के पिता ने कहा, "महिला पुलिस ने अपने कत्र्तव्यों के साथ मानवीय मिसाल भी पेश की है. हम उनके आभारी हैं."
राजगढ़ पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने भी महिला पुलिसकर्मियों की सराहना की है.
महिला पुलिस जवानों की इस मानवीय संवेदना की हर कोई सराहना कर रहा है. आम तौर पर पुलिस केा लेकर लोगों का नजरिया अच्छा नहीं है मगर राजगढ़ की मानवता की सेवा की मिसाल ने सुखद संदेष तो दिया ही है.