दिवाली से पहले सरकार ने फोड़ा महंगाई बम, रसोई गैस हुआ महंगा, अब देने होंगे इतने रुपये...
बता दें कि इंडियन ऑयल कॉर्प (आईओसी) ने जानकारी देते हुए कहा कि बुधवार आधी रात से 14.2 किलो के सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर का दाम 502.40 रुपये से बढ़कर 505.34 रुपये हो जाएगा. वहीं बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमतें 60 रुपये बढ़कर 880 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई
नई दिल्ली: दिवाली से पहले महंगाई ने एक बार फिर से जनता के चेहरे पर सिकन ला दिया है. एलपीजी सिलेंडरों की कीमत में बढ़ोतरी की गई है. अब सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत 2.94 रुपये और गैर सब्सिडी वाले सिलेंडरों की कीमत में 60 रुपये की वृद्धि की गई. सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर के दाम में जून से यह छठी वृद्धि है. अगर नजर डालें तो तब से लेकर अब तक दाम 14.13 रुपये बढ़ गए हैं.
बता दें कि इंडियन ऑयल कॉर्प (आईओसी) ने जानकारी देते हुए कहा कि बुधवार आधी रात से 14.2 किलो के सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर का दाम 502.40 रुपये से बढ़कर 505.34 रुपये हो जाएगा. वहीं बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमतें 60 रुपये बढ़कर 880 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई. वहीं अगर बात करें नवंबर 2018 की तो ग्राहकों के खातों में हस्तांतरित होने वाली सब्सिडी बढ़कर 433.66 रुपये हो गई. वहीं अगर पिछले महीने के आंकड़े पर नजर डालें तो यह 376.60 रुपये प्रति सिलेंडर पर थी.
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अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क दर और विदेशी मुद्रा विनिमय दर के अनुरूप एलपीजी सिलिंडर के दाम तय होते हैं. जिसके बाद सब्सिडी के दाम तय किए जाते हैं. अंतरराष्ट्रीय दरों में वृद्धि होती है तो सरकार अधिक सब्सिडी देती है, लेकिन कर नियमों के अनुसार रसोई गैस पर माल एवं सेवाकर (जीएसटी) की गणना ईंधन के बाजार मूल्य पर ही तय की जाती है. ऐसे में सरकार ईंधन की कीमत के एक हिस्से को तो सब्सिडी के तौर पर दे सकती है, लेकिन कर का भुगतान बाजार दर पर करना होता है.