Kyrgyzstan Violence: हमारे बच्चों को सुरक्षित वापस ले आएं... किर्गिस्तान में फंसे छात्रों के माता-पिता ने मोदी सरकार से लगाई गुहार
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नई दिल्ली: किर्गिस्तान में पढ़ रहे मध्य प्रदेश के छात्रों के अभिभावकों ने उस देश की राजधानी बिश्केक में स्थानीय लोगों और विदेशियों के बीच झड़प की खबरों के बीच केंद्र से अपने बच्चों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का आग्रह किया है. एक अनुमान के अनुसार किर्गिस्तान में भारत के लगभग 15,000 छात्र पढ़ रहे हैं. मंगलवार को पीटीआई से बातचीत में अलका सोलंकी ने कहा कि उनका बेटा मध्य एशियाई देश में मेडिकल का छात्र है. पिछले दो दिनों में देश में जो हुआ उससे मेरा बेटा डरा हुआ है. मैं केवल यही चाहती हूं कि मेरा बेटा वापस लौट आए.

एक अन्य अभिभावक, चेन सिंह चौधरी, जिनका बेटा योगेश किर्गिस्तान की राजधानी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है, उन्होंने प्रधान मंत्री से छात्रों की वापसी सुनिश्चित करने का आग्रह किया. चौधरी ने कहा, "हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव से छात्रों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हैं."

लीना सराठे, जिनका बेटा रवि तीसरे वर्ष का मेडिकल छात्र है, उन्होंने कहा, "बिश्केक की स्थिति के कारण मेरा बेटा और अन्य छात्र डरे हुए हैं. मैं चाहती हूं कि मेरा बेटा सुरक्षित घर लौट आए."

दूतावास ने दिया हेल्पलाइन नंबर

इस बीच, किर्गिस्तान में भारतीय दूतावास ने कहा कि वह छात्रों के संपर्क में है और स्थिति शांत है. दूतावास ने एक हेल्पलाइन नंबर भी प्रदान किया. "24×7 संपर्क नंबर 0555710041 है."

भारतीय दूतावास ने कहा, “हम अपने छात्रों के संपर्क में हैं. स्थिति फिलहाल शांत है लेकिन छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे फिलहाल घर के अंदर ही रहें और किसी भी समस्या के मामले में दूतावास से संपर्क करें.''

किर्गिस्तान में हुआ क्या है?

पिछले कई दिनों से किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में उथल-पुथल मची हुई है. हिंसक भीड़ ने छात्रावासों को निशाना बनाया है जहां बांग्लादेश, पाकिस्तान और भारत के छात्र रहते हैं. दूतावास ने कहा है कि शुक्रवार शाम से बिश्केक में भीड़ के विदेशी छात्रों के ख़िलाफ़ हिंसा करने की ख़बरें मिल रही हैं. हिंसा के बीच भारत ने छात्रों को एडवाइजरी जारी कर उन्हें घर पर रहने के लिए कहा है.

क्यों भड़की हिंसा

किर्गिस्तान मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि यह झगड़ा 13 मई से जुड़ा हुआ है. जब मिस्र के कुछ मेडिकल छात्रों और कुछ किर्गी छात्रों के बीच कहासुनी हो गई थी. दोनों गुटों के बीच झड़प हुई और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके बाद 16 मई को, अंतर्राष्ट्रीय छात्रों पर हमला किया गया. इसके बाद स्थिति और बिगड़ गई.