बेंगलुरु, 18 अप्रैल: मंगलुरु निर्वाचन क्षेत्र के लिए सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के उम्मीदवार, रियाज फरंगीपेट, जिन्होंने मंगलुरु में उल्लाल निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए नामांकन किया है, पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) उसकी हरकतों को करीब से देख रही है. एसडीपीआई के राष्ट्रीय सचिव रियाज पर 12 जुलाई, 2022 को बिहार के फुलवारीशरीफ इलाके में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है. जांच में कथित तौर पर आरोपी व्यक्तियों के साथ रियाज के संबंध सामने आए हैं. एनआईए ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. आरोप है कि उसने योजना बनाने में आरोपियों के साथ बैठकों में भाग लिया. यह भी पढ़ें: Anti CAA Protest: संशोधित नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शन से जुड़े मामले में निर्दलीय विधायक अखिल गोगोई को मिली जमानत
2022 में एनआईए ने उनके खिलाफ राजद्रोह के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की थी. इसके अलावा दक्षिण कन्नड़ जिले के बेलथांगडी, मेंगलुरु साउथ, कोनाजे, मेंगलुरु नॉर्थ, ईस्ट थानों में भी उनके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। उन पर समूहों के बीच दुश्मनी पैदा करने, पुलिसकर्मियों की ड्यूटी में बाधा डालने के भी आरोप हैं. रियाज फरंगीपेट ने सोमवार को मंगलुरु निर्वाचन क्षेत्र के लिए नामांकन दाखिल करने के लिए एक विशाल रैली निकाली. सूत्रों ने कहा कि हिजाब विवाद और मुस्लिम व्यापारियों के बहिष्कार के आह्वान के मद्देनजर एसडीपीआई ने आक्रामक रूप से कांग्रेस उम्मीदवार खादर के खिलाफ प्रचार किया था.
खादर 2008 के बाद से इस निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार भाजपा उम्मीदवारों को हराकर जीते है. 2018 में खादर ने भाजपा के संतोष कुमार राय बोलियारू को 19,000 से अधिक वोटों से हराया था. बीजेपी ने 1994 से 2004 के बीच लगातार तीन बार इस सीट पर जीत दर्ज की थी. एक प्रगतिशील नेता के रूप में पहचाने जाने वाले खादर को इस बार मुस्लिम बहुल निर्वाचन क्षेत्र में एसडीपीआई से कड़ी टक्कर मिल रही है. यह 2018 के चुनावों में कांग्रेस द्वारा जीता जाने वाला एकमात्र निर्वाचन क्षेत्र था. जिले की सभी सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी.