Karnataka: 84 वर्षीय बुजुर्ग के पास है 120 अचार वाली आम की किस्में, 12 सालों में किया यह कमाल का काम
सुब्बाराव ने कहा कि पिछले 12 वर्षों में पश्चिमी घाटों के प्रत्येक नुक्कड़ और कोने की यात्रा की है और 100 से अधिक गाँवों का दौरा किया है, जहाँ से आम की किस्में बनाई जाती हैं और 120 किस्मों के आम को इकट्ठा किया.
बेंगलुरू: आम (Mango) का सीजन आ गया है और लोग आम बड़े ही चाव से खाते हैं. आम सबका ही पसंदीदा फल है. ऐसे में कर्नाटक (Karnataka) के 84 वर्षीय बेलुरु सुब्बन्ना हेगड़े (बीवी सुब्बाराव) (BV Subba Rao Hegde) ने अप्पे मिडी किस्म की आम जो विलुप्त हो रही थी उनका संग्रह किया. सुब्बाराव ने 120 नए आमों का संग्रह किया. सुब्बाराव ने शिवमोग्गा जिले के सागर तालुक के बेलूर में अपने परिसर में आम उगाकर इन आमों को इस्तेमाल करने के लिए संरक्षित किया है. Health Tips: इन चीजों को साथ में भूलकर भी ना खायें! इस तरह के खाने बड़े रोगों को आमंत्रित कर सकते हैं
सुब्बाराव ने कहा कि पिछले 12 वर्षों में पश्चिमी घाटों के प्रत्येक नुक्कड़ और कोने की यात्रा की और 100 से अधिक गाँवों का दौरा किया है, जहाँ पर आम की कलमें बनाई जाती हैं वहां गया और 120 किस्मों के आम को इकट्ठा किया.
उन्होंने आगे कहा कि मैं अपनी पत्नी के साथ रोजाना लगभग 2-3 गाँव का दौरा करता था. उन्होंने कहा, चूंकि मैं पेड़ों पर नहीं चढ़ सकता, इसलिए मैं किसी से मदद मांगता था. उन्होंने इशारा करते हुए कहा कि एक ही किस्म के आम को पाने के लिए गावों के कई दौरे लगाया करते थे.
हेगड़े के पास इन आमों को उगाने के लिए ज्यादा जगह नहीं हैं. हेगड़े ने अपने घर के आसपास एक पार्क बनाया है जहां अप्पे मिडी पेड़ उगाए गए हैं. जगह की कमी के कारण उनकी पत्नी ने प्रत्येक पेड़ पर चार से पांच अलग-अलग किस्मों को ग्राफ्ट किया है ताकिकम जगह में अधिक पौधें लगाए जा सके.