लखनऊ: हाल ही में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) शहर स्थित बिकारू (Bikaru) में मुठभेड़ के दौरान मारे गए आठ पुलिस कर्मियों की शहादत का बदला लेने के लिए कानपुर प्रशासन ने आज मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर को ध्वस्त कर कारवाई करनी शुरू कर दी है. इससे पहले इस मुठभेड़ में चौबेपुर एसओ विनय तिवारी की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए आईजी रेंज कानपुर ने उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया है. बता दें कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे ने घटना से पहले कुछ पुलिस वालों से भी बातचीत की थी. दुबे ने जिन लोगों से बातचीत की थी उनके मोबाइल नम्बरों को लिसनिंग पर लिया गया है. इस आधार पर पुलिस ने 12 संदिग्धों को हिरासत में लिया है. इनसे लगातार पूछताछ जारी है.
गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) शहर में बीते शुक्रवार को हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे (Vikas Dubey) को पकड़ने गई पुलिस की टीम पर अपराधियों ने गोलीबारी कर दी थी. इस घटना में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए और कई गंभीर रूप से घायल हो गए थे. घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
Kanpur: House of history-sheeter Vikas Dubey, the main accused in Kanpur encounter case, being demolished by district administration. More details awaited
8 policemen were killed in the encounter which broke out when police went to arrest him in Bikaru, Kanpur yesterday. pic.twitter.com/1sx56L5DJo
— ANI UP (@ANINewsUP) July 4, 2020
अपराधियों द्वारा की गई इस फायरिंग में सीओ देवेंद्र कुमार मिश्रा, एसओ महेश यादव, चौकी इंचार्ज अनूप कुमार, सब-इंस्पेक्टर नेबुलाल, कांस्टेबल सुल्तान सिंह, राहुल, जितेंद्र और बबलू शहीद हुए है. अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में कर्तव्यपालन के दौरान जान गंवाने वाले आठ पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों के प्रति संवेदना जाहिर की है.