Bihar Politics Crisis: मल्लिकार्जुन खरगे के 'आया राम-गया राम' और जयराम के 'गिरगिट' वाले बयान पर JUD ने किया पलटवार,जानें क्या कहा

महागठबंधन के नेता के तौर पर नीतीश कुमार द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने और एनडीए गठबंधन में शामिल होने के बाद दोनों ही तरफ से आरोप प्रत्यारोप का नया दौर भी शुरु हो गया है.

Mallikarjun Kharge | Photo; ANI

नई दिल्ली, 28 जनवरी : महागठबंधन के नेता के तौर पर नीतीश कुमार द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने और एनडीए गठबंधन में शामिल होने के बाद दोनों ही तरफ से आरोप प्रत्यारोप का नया दौर भी शुरु हो गया है. कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने नीतीश कुमार को देश में 'आया राम-गया राम' का प्रतीक बता दिया तो वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने नीतीश कुमार को गिरगिट तक कहा.

खरगे और जयराम रमेश के बयान पर पलटवार करते हुए नीतीश कुमार के करीबी जेडीयू के प्रवक्ता एवं राजनीतिक सलाहकार केसी त्यागी ने कहा कि उन्हें कांग्रेस के कारण ही एनडीए में जाना पड़ा और कांग्रेस का एक धड़ा तो इंडिया गठबंधन के नेतृत्व को ही हड़पना चाहता है और गठबंधन में शामिल क्षेत्रीय दलों को समाप्त करना चाहता है. यह भी पढ़ें : Bihar Political Crisis: सम्राट चौधरी भाजपा विधायक दल के नेता, विजय सिन्हा उपनेता चुने गए

नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोलते हुए कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और लालू यादव ने यह सूचना उन्हें पहले ही दे दी थी जो आज सच हो गया. खरगे ने नीतीश कुमार को देश में 'आया राम-गया राम' का प्रतीक बताते हुए यहां तक कह दिया, "देश में 'आया राम-गया राम' जैसे कई लोग हैं. पहले वो और हम मिलकर लड़ रहे थे. जब मैंने लालू यादव और तेजस्वी यादव से बात की तो उन्होंने भी कहा कि नीतीश जा रहे हैं. अगर वह रुकना चाहते तो रुक जाते लेकिन वह जाना चाहते हैं, इसलिए ये बात हमें पहले से ही पता थी, लेकिन इंडिया गठबंधन को बरकरार रखने के लिए हमने कुछ नहीं कहा."

वहीं जयराम रमेश ने नीतीश कुमार को गिरगिट बताते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा, "बार-बार राजनीतिक साझेदार बदलने वाले नीतीश कुमार रंग बदलने में गिरगिटों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं. इस विश्वासघात के विशेषज्ञ और उन्हें इशारों पर नचाने वालों को बिहार की जनता माफ़ नहीं करेगी. बिलकुल साफ़ है कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा से प्रधानमंत्री और भाजपा घबराए हुए हैं और उससे ध्यान हटाने के लिए यह राजनीतिक ड्रामा रचा गया है."

कांग्रेस के दोनों नेताओं -- खरगे और जयराम रमेश के बयान पर पलटवार करते हुए नीतीश कुमार के करीबी जेडीयू के प्रवक्ता एवं राजनीतिक सलाहकार केसी त्यागी ने कांग्रेस को ही इसके लिए जिम्मेदार बताते हुए कहा कि नीतीश कुमार को कांग्रेस के कारण ही एनडीए में जाना पड़ा और कांग्रेस का एक भाग तो इंडिया गठबंधन के नेतृत्व को ही हड़पना चाहता है.

उन्होंने कहा कि उन्हें अफसोस है कि देश की राजनीति में अछूत हो चुकी कांग्रेस को उन्होंने (जेडीयू ) देश की राजनीति में स्वीकार्यता दिलाई. टीएमसी,आप और सपा सहित सभी पार्टियां गैर भाजपा- गैर कांग्रेस गठबंधन बनाना चाहती थी लेकिन सिर्फ नीतीश कुमार की वजह से ये सभी दल कांग्रेस के साथ आने को तैयार हुए और इंडिया गठबंधन बना.

त्यागी ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस का एक धड़ा इंडिया गठबंधन के नेतृत्व को हड़पना चाहता है और 19 दिसंबर को अशोका होटल में हुई गठबंधन की बैठक में एक साजिश के तहत गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए मल्लिकार्जुन खरगे का नाम सुझाया गया, जबकि इससे पहले मुंबई की बैठक में सर्वसम्मति से यह तय हुआ था कि यह गठबंधन किसी भी नेता का चेहरा आगे रखे बिना ही काम करेगा.

जेडीयू नेता ने आगे कहा कि सपा, बसपा, लोकदल, जेडीयू, आरजेडी, टीएमसी और एनसीपी सहित अन्य गैर कांग्रेसी दल कांग्रेस से ही लड़कर मजबूत हुए हैं और अब कांग्रेस पार्टी इन्ही क्षेत्रीय दलों के नेतृत्व को समाप्त करना चाहती है. इसलिए जानबूझकर कांग्रेस ने टिकट बंटवारे की प्रक्रिया को लंबा खींचने का काम किया.

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