पटना, 9 अगस्त : बिहार की राजधानी पटना में जदयू की अहम बैठक मुख्यमंत्री आवास पर शुरू हुई. सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार के एनडीए से बाहर होने और महागठबंधन में शामिल होने की स्थिति में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने भाजपा को 'बेनकाब' करने की योजना तैयार की है. सूत्रों ने कहा है कि जनता दल (युनाइटेड) के शीर्ष नेतृत्व के पास 6 से ज्यादा ऑडियो रिकॉर्डिग हैं, जिससे साबित होता है कि उसके विधायकों और मंत्रियों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बगावत करने के लिए बड़े-बड़े प्रस्ताव दिए गए थे.
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि किस पार्टी और नेताओं ने जदयू के विधायकों को ऑफर दिए. राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने रविवार को अपने बयान के दौरान 'चिराग मॉडल' की ओर इशारा किया था, जिसका इस्तेमाल एक खास पार्टी ने नीतीश कुमार और जदयू को कमजोर करने के लिए किया था, जिसके चलते जदयू पिछले विधानसभा चुनाव में केवल 43 सीटें जीत सकी थी. ललन सिंह ने दावा किया कि उनके पास नीतीश कुमार और जदयू के खिलाफ रची जा रही साजिश का सबूत है. 'चिराग मॉडल' सिर्फ एक ट्रेलर था, वास्तविक फिल्म बेहद लंबी है. यह भी पढ़ें : Bihar Political Crisis: राजतिलक की करो तैयारी, आ रहे हैं लालटेन धारी’, सियासी बवंडर के बीच लालू यादव की बेटी का ट्वीट
सूत्रों ने कहा कि जदयू के पास 6 से अधिक कॉल रिकॉर्डिग है, जिसे विधायकों ने खुद रिकॉर्ड किया है. उन कॉल रिकॉर्डिग में एक खास पार्टी के नेताओं ने उन्हें करोड़ों रुपये के अलावा मंत्री बनाने का आकर्षक ऑफर दिया है. सूत्रों ने कहा, "नीतीश एक खास पार्टी का पदार्फाश करेंगे और देश को कड़ा संदेश देंगे कि उनकी सरकार का सफाया करने की साजिश रची जा रही है. उन्होंने अपने और अपनी पार्टी के खिलाफ हो रही साजिश की वजह से ही अपना फैसला बदला. उन्होंने जो कुछ भी किया वह अपनी पार्टी को बचाने के लिए किया."