Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर में स्थिति नियंत्रण में, धारा 370 हटाए जाने के बाद आतंकी गतिविधियां कम हुई: सीआरपीएफ डीजी

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति नियंत्रण में है और अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद आतंकी गतिविधियां काफी हद तक कम हो गई हैं. उन्होंने कहा, "जम्मू-कश्मीर में स्थिति हाथ से बाहर नहीं है, कभी-कभी एक विशेष समय अवधि में हिंसा में तेजी आती है.

सेना के जवान (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली, 18 मार्च : केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति नियंत्रण में है और अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद आतंकी गतिविधियां काफी हद तक कम हो गई हैं. उन्होंने कहा, "जम्मू-कश्मीर में स्थिति हाथ से बाहर नहीं है, कभी-कभी एक विशेष समय अवधि में हिंसा में तेजी आती है. अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद, पथराव की घटनाएं लगभग शून्य हैं. विदेशी आतंकवादियों की घुसपैठ और हमले में कमी आई है." उन्होंने यह भी कहा कि बटालियन कैंपिंग साइट स्थापित करने के लिए जम्मू-कश्मीर में 10 स्थानों पर सीआरपीएफ को 524 कनाल और 11 मरला की भूमि आवंटित की गई है. उन्होंने कहा कि कुछ कंपनियां कश्मीरी पंडितों के बड़े घरों में रह रही हैं, लेकिन जब भी घर का कोई मालिक संपत्ति पर दावा करता है, तो बल के जवान तुरंत परिसर खाली कर देते हैं.

कश्मीरी पंडितों की घाटी में वापसी पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसे सरकार और जो लोग वापस आना चाहते हैं, उन्हें डिकोड करना होगा. उन्होंने कहा, "जब पूछा गया, तो हम उनके लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाएंगे." उन्होंने यह भी कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए नोडल एजेंसी के रूप में, सीआरपीएफ ने हाल ही में पांच राज्यों में संपन्न विधानसभा चुनावों के दौरान 1,551 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल कंपनियों को जुटाया और 132 विशेष ट्रेनों को शामिल करने के लिए और 107 इन कंपनियों को डी-इंडक्शन के लिए इस्तेमाल किया." उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ विभिन्न श्रेणियों के 117 सुरक्षाकर्मियों को सुरक्षा मुहैया करा रही है और पहली बार 32 महिला कर्मियों को वीआईपी सुरक्षा विंग में शामिल किया गया है. उन्होंने कहा, "पांच राज्यों में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों के दौरान सीआरपीएफ द्वारा कुल 41 वीआईपी को सुरक्षा मुहैया कराई गई थी. चुनाव के बाद 27 सुरक्षाकर्मियों की सुरक्षा वापस ले ली गई है." यह भी पढ़ें : Holi 2022: होली के रंग में सराबोर हुआ देश, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दी होली की शुभकामनाएं

सीआरपीएफ महानिदेशक ने यह भी कहा कि उनका बल ग्रेटर नोएडा में वीवीआईपी सुरक्षा के लिए प्रशिक्षण प्रदान करता है और अब तक 2021-22 के दौरान सीएपीएफ के 4,401 कर्मियों, दिल्ली पुलिस के 149 और रेलवे सुरक्षा बल के 123 कर्मियों को प्रशिक्षण प्रदान करता है. उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ में फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस में जवानों के लिए आधुनिक बैरक बनाए जा रहे हैं. हम वामपंथी उग्रवाद वाले इलाकों में सड़क निर्माण को भी सुरक्षा मुहैया करा रहे हैं.

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