UPI Conversational Payments: भारतीय रिजर्व बैंक ने 10 अगस्त को ऑफ़लाइन मोड में यूपीआई लाइट के लिए प्रति लेनदेन भुगतान सीमा को बढ़ाकर 500 करने का प्रस्ताव दिया. इसके साथ ही आरबीआई ने यूपाई के जरिए कन्वर्सेशनल पेमेंट को भी लॉन्च किया. शुरुआत में यह सुविधा हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध होगी और बाद में इसे और अधिक भारतीय भाषाओं में उपलब्ध कराया जाएगा और एनपीसीआई को निर्देश शीघ्र ही जारी किए जाएंगे
क्या है कन्वर्सेशनल पेमेंट
उपयोगकर्ताओं के लिए डिजिटल भुगतान अनुभव को बढ़ाने के लिए नई तकनीकों का उपयोग करने के उद्देश्य से, दास ने कहा, यूपीआई पर 'कन्वर्सेशनल पेमेंट्स' को सक्षम करने का प्रस्ताव है, जो उपयोगकर्ताओं को भुगतान करने के लिए AI-संचालित सिस्टम के साथ बातचीत में शामिल होने और 'यूपीआई-लाइट' ऑन-डिवाइस वॉलेट के माध्यम से नियर फील्ड कम्युनिकेशन (एनएफसी) तकनीक का उपयोग करके यूपीआई पर ऑफ़लाइन भुगतान करने की सुविधा देगा. UPI Offline Payment via UPI Lite: यूपीआई लाइट से बिना इंटरनेट के भेज सकते हैं रुपये, पेमेंट लिमिट में भी इजाफा
समय के साथ कई नई सुविधाओं के जुड़ने से यूपीआई को अर्थव्यवस्था की विविध भुगतान आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिली है. गर्वनर ने कहा, जैसे-जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तेजी से डिजिटल अर्थव्यवस्था में एकीकृत हो रहा है, संवादात्मक निर्देश उपयोग में आसानी बढ़ाने और परिणामस्वरूप यूपीआई प्रणाली तक पहुंचने में काफी संभावनाएं रखते हैं.
इसलिए, यूपीआई पर एक अभिनव भुगतान मोड अर्थात 'कन्वर्सेशनल पेमेंट्स' लॉन्च करने का प्रस्ताव है, जो उपयोगकर्ताओं को एक सुरक्षित और संरक्षित वातावरण में लेनदेन करने और एआई-संचालित प्रणाली के साथ बातचीत में शामिल होने में सक्षम बनाएगा.
उन्होंने कहा कि यह चैनल स्मार्टफोन और फीचर फोन-आधारित यूपीआई चैनल दोनों में उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे देश में डिजिटल पैठ को गहरा करने में मदद मिलेगी.