राजधानी-शताब्दी को पीछे छोड़ देगी 'ट्रेन-18', ट्रेन में होंगे ये खास फीचर्स
इस ट्रेन में ड्राइवर का केबिन पर पूरी तरह वातानुकूलित होगा. एग्जीक्यूटिव क्लास की कुर्सियां पूरी घुमावदार होंगी. एग्जीक्यूटिव क्लास के कोच में अधिकतम 56 मुसाफिरों के बैठने की व्यवस्था होगी.
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने यात्रियों को बड़ा तोहफा दिया है. इसी कड़ी में लंबे इंतजार के बाद अपनी तरह की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन 'T-18' का ट्रायल सितंबर में शुरू होने की उम्मीद है. टी-18 सेमी हाई स्पीड मेट्रो की तरह खुद से चलने वाली ट्रेन होगी. यह ट्रेन 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम है. नई लग्जीरियस ट्रेन T-18 के कोच से मौजूदा शताब्दी और इंटरसिटी के कोच से बदला जाएगा.
इस ट्रेन में ड्राइवर का केबिन पर पूरी तरह वातानुकूलित होगा. एग्जीक्यूटिव क्लास की कुर्सियां पूरी घुमावदार होंगी. एग्जीक्यूटिव क्लास के कोच में अधिकतम 56 मुसाफिरों के बैठने की व्यवस्था होगी. सूत्रों के अनुसार अगले महीने इसका मुंबई-अहमदाबाद रूट पर ट्रायल शुरू हो सकता है.
ये रहे टी-18 ट्रेन के फीचर्स?
1-स्वचालित ट्रेन: बता दें कि T-18 स्वचालित ट्रेन होगी, यह बिना इंजन के ट्रैक पर दौड़ सकेगी.
2-कोच: प्रत्येक ट्रेन में 16 कोच होंगे. कोच की दो क्लास एग्जीक्यूटिव और सेकेंड क्लास होंगी.
3-फ्लोरिंग: इस ट्रेन में हेलोजन फ्री रबर ऑन रबर की फ्लोरिंग होगी.
4-ऑटोमेटिक दरवाजे: ट्रेन में एक कोच से दूसरे कोच में जाने के लिए ऑटोमेटिक स्लाइडिंग डोर होंगे. इसके अलावा मेट्रो की तरह ट्रेन के एंट्री गेट भी पूरी तरह स्वचालित होंगे.
5- लाइट: प्रत्येक कोच में आधुनिक एलईडी लाइट होंगी, जिनका प्रकाश बहुत ही अच्छा होगा.
6- वाईफाई की सुविधा: ट्रेन में यात्रियों के लिए वाईफाई के साथ इंफोटेनमेंट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. साथ ही ट्रेन में जीपीएस आधारित पैसेंजर इंफार्मेशन सिस्टम भी लगाया गया है.
7- सामान रखने के लिए रैक: जानकारी के अनुसार इस ट्रेन में हर कोच में लगेज रैक लगी होगी.
8- खिड़कियां: ट्रेन के कोच में ग्लास की बड़ी- बड़ी खिड़कियां लगी होंगी. इसमें मेट्रो की तरह सिंगल ग्लास पैनल लगाया गया है.
सबसे अहम ट्रेन 18 को मेक इन इंडिया के तहत तैयार किया जा रहा है। यह ट्रेन पूरी तरह से वातानुकूलित होगी, सभी कोच एक दूसरे से कनेक्टेड होंगे. रेल मंत्रलाय ने 16 कोच के दो रैक्स का ऑर्डर आईसीएफ (ICF) को दिया है. हर एक कोच लगभग 5 करोड़ रुपये में बनकर तैयार होगा। ट्रेन-18 के ट्रेन-20 तैयार किया जाएगा.