इश्क के चक्कर में पाकिस्तान पहुंचा मुंबई का इंजीनियर, 6 साल जेल में रहने के बाद आज होगी वतन वापसी
कभी-कभी इश्क इंसान को ऐसे पड़ाव पर लेकर जाता है जहां से उसका पूरा जीवन ही परिवर्तित हो उठता है. ऐसा ही कुछ मुंबई के हामिद निहाल अंसारी (Hamid Nihal Ansari) के साथ भी हुआ. दरअसल हामिद को फेसबुक के जरीए एक पाकिस्तानी लड़की से प्यार हो गया.
इस्लामाबाद: कभी-कभी इश्क इंसान को ऐसे पड़ाव पर लेकर जाता है जहां से उसका पूरा जीवन ही परिवर्तित हो उठता है. ऐसा ही कुछ मुंबई के हामिद निहाल अंसारी (Hamid Nehal Ansari) के साथ भी हुआ. दरअसल हामिद को फेसबुक के जरीए एक पाकिस्तानी लड़की से प्यार हो गया. और वह उससे मिलने के लिए अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तानी में घुस गया. जहां हामिद को जासूसी और बिना दस्तावेज़ों के यात्रा करने के अपराध में गिरफ्तार कर लिया गया. अब तक़रीबन 6 साल बाद हामिद को रिहा किया जा रहा है.
प्रेमिका से मिलने पाकिस्तान गया-
मुंबई के अंधेरी में रहने वाला निहाल अंसारी पेशे से इंजीनियर है. वह 12 नवंबर 2012 को अफगानिस्तान के रास्ते अवैध रूप से पाकिस्तान में अपनी फेसबुक पर बनी प्रेमिका से मिलने गया था. पाकिस्तान में दाखिल होने के कुछ दिनों बाद ही उसे कोहाट शहर के एक होटल से गिरफ्तार किया गया. पाकिस्तान ने हामिद को किसी भी तरह की दूतावास संबंधी सहायता देने से मना कर दिया साथ ही उसके माता-पिता को भी मिलने नहीं दिया.
33 वर्षीय भारतीय कैदी फिलहाल पेशावर केन्द्रीय जेल में बंद है. हामिद ने माना था कि वह ऑनलाइन मित्र बनी एक लड़की से मिलने के लिए अफगानिस्तान के रास्ते अवैध तरीके से पाकिस्तान में घुसा है. लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तानी आर्मी ने उसपर जासूसी का आरोप लगाकर कई सालों तक जेल में बंद रखा. आखिरकार पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने अंसारी को फर्जी पाकिस्तानी पहचान पत्र रखने को लेकर तीन साल कारावास की सजा सुनाई.
कोर्ट के आदेश के बाद हो रही है रिहाई-
पाकिस्तान की एक उच्चतर अदालत ने संघीय सरकार को 15 दिसंबर को तीन साल की कैद की सजा पूरी हो जाने के बाद भारतीय कैदी हामिद को वापस भेजने की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए एक महीने का समय दिया था. उसे सैन्य अदालत ने फर्जी पाकिस्तानी पहचान पत्र रखने को लेकर 15 दिसंबर, 2015 को तीन साल कैद की सजा सुनायी थी. तब से वह पेशावर केंद्रीय जेल में बंद है.
पाक आर्मी ने लगाया था जासूसी का आरोप-
पाकिस्तानी आर्मी ने हामिद पर जासूसी का आरोप लगाते हुए भारतीय एजेंसी रॉ का जासूस बताया था. पाकिस्तानी आर्मी ने आरोप लगाया कि हामिद के पास संवेदनशील दस्तावेज थे. जबकि हामिद ने पहले ही अवैध तरीके से पाकिस्तान में घुसने की वजह अपनी गर्लफ्रेंड को बताया था. हामिद को नवंबर 2012 में हिरासत में लिया गया लेकिन पाकिस्तानी अधिकारियों ने जनवरी 2015 में माना था कि वह उनकी हिरासत में है. उसके पाकिस्तान से गायब होने की खबर फैलने के बाद पाकिस्तानी सेना ने सच्चाई बताई. अन्य कैदियों ने हामिद पर अब तक तीन बार हमला किया है.