लद्दाख में सड़क निर्माण के दौरान शहीद हुए नायक सचिन मोरे को सेना ने दी श्रद्धांजलि, अपने साथियों को बचाने के दौरान गंवाई खुद की जान

चीन से टकराव के बीच लेह में सड़क और पुल के निर्माण के दौरान अपनी जान गंवाने वाले नायक सचिन मोरे का आज (27 जून) महाराष्ट्र के नासिक में अंतिम संस्कार किया गया. भारतीय सेना ने अपने बहादुर जवान को पुणे एयरपोर्ट से पूरे सैन्य सम्मान के साथ विदा किया.

शहीद नायक सचिन मोरे को सेना ने दी श्रद्धांजलि (Photo Credits: Twitter)

मुंबई: चीन (China) से टकराव के बीच लेह (Leh) में सड़क और पुल के निर्माण के दौरान अपनी जान गंवाने वाले नायक सचिन मोरे (Naik Sachin More) का आज (27 जून) महाराष्ट्र (Maharashtra) के नाशिक (Nashik) में अंतिम संस्कार किया गया. भारतीय सेना ने अपने बहादुर जवान को पुणे एयरपोर्ट से पूरे सैन्य सम्मान के साथ विदा किया. शहीद नायक सचिन मोरे का पार्थिव शरीर शुक्रवार की शाम को पुणे एयरपोर्ट पर लाया गया था. देश के वीर सपूत ने अपनी जान वास्तविक नियंत्रण रेखा के करीब गलवान घाटी में एक नदी में गिरे अपने साथियों को बचाने की कोशिश के दौरान गंवाई.

दक्षिणी कमान की एक विज्ञप्ति के अनुसार, पुणे एयरपोर्ट पर आर्मी कमांडर और दक्षिणी कमान के सभी रैंकों की ओर से शहीद सचिन मोरे को पुष्पांजलि अर्पित की गई. लेह में चरम मौसम की स्थिति में सड़क और पुल के निर्माण के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले जवान को सैन्य कर्मियों द्वारा भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई.

शहीद नायक सचिन मोरे नाशिक जिले के साकोरी गाँव के रहने वाले थे. सेना ने उनके पार्थिव को पत्नी को सौंपा. पूरे सैन्य सम्मान के साथ वीर जवान का गृह नगर में ही अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम विदाई देने के लिए स्थानीय लोगों की बाहरी भीड़ उमड़ी.

इस बीच, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि देते हए ट्वीट किया "महाराष्ट्र के अच्छे बेटे" सचिन विक्रम मोरे अपने दो सहकर्मियों को बचाने की कोशिश के दौरान "शहीद" हो गए. उन्होंने मातृभूमि की सेवा की. गलवान घाटी में जब नदी पर पुल बनाने का काम चल रहा था तो वे नदी के डूब क्षेत्र में गिर पड़े थे. उन्होंने कहा " उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं. उनकी वीरता को सलाम."

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