India and Japan Logistics Agreement: जापान ने दिया चीन को झटका, भारत के साथ रक्षा सहयोग मजबूत करने के लिए किया समझौता
भारत और जापान ने भारत के सशस्त्र बलों तथा जापान के आत्मरक्षा बलों के मध्य आपूर्ति और सेवाओं के पारस्परिक प्रावधान के संबंध में दोनों देशों के बीच अनुबंध पर हस्ताक्षर किए. इस अनुबंध पर कल रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार और जापान के राजदूत श्री सुजुकी सातोशी ने हस्ताक्षर किए. इस समझौते से भारत और जापान के सशस्त्र बलों के मध्य द्विपक्षीय प्रशिक्षण गतिविधियों संयुक्त राष्ट्र शान्ति स्थापना संचालनों, मानवतावादी अंतर्राष्ट्रीय राहत और पारस्परिक रूप से सहमत अन्य गतिविधियों में संलग्न रहते हुए आपूर्ति और सेवाओं के परस्पर प्रावधान में भारत और जापान दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच घनिष्ठ सहयोग के लिए सक्षम ढांचा स्थापित होगा.
भारत और जापान ने भारत के सशस्त्र बलों तथा जापान के आत्मरक्षा बलों के मध्य आपूर्ति और सेवाओं के पारस्परिक प्रावधान के संबंध में दोनों देशों के बीच अनुबंध पर हस्ताक्षर किए. इस अनुबंध पर कल रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार और जापान के राजदूत श्री सुजुकी सातोशी ने हस्ताक्षर किए. इस समझौते से भारत और जापान के सशस्त्र बलों के मध्य द्विपक्षीय प्रशिक्षण गतिविधियों संयुक्त राष्ट्र शान्ति स्थापना संचालनों, मानवतावादी अंतर्राष्ट्रीय राहत और पारस्परिक रूप से सहमत अन्य गतिविधियों में संलग्न रहते हुए आपूर्ति और सेवाओं के परस्पर प्रावधान में भारत और जापान दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच घनिष्ठ सहयोग के लिए सक्षम ढांचा स्थापित होगा.
यह अनुबंध भारत और जापान के सशस्त्र बलों के बीच अंतरसंक्रियता बढ़ाने के साथ-साथ दोनों देशों के मध्य विशेष रणनीतिक और वैश्विक भागीदारी के तहत द्विपक्षीय रक्षा गतिविधियों में और बढ़ोतरी करेगा. इससे पहले मार्च महीने में जापान के राजदूत सतोशी सुजुकी ने कहा था कि भारत और जापान साझेदार हैं और स्थिर एवं समृद्ध विश्व के आकांक्षी हैं. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के मजबूत संबंधों की जड़ें लोगों की दोस्ती में हैं.
सुजुकी ने यह बात जमीनी परियोजना योजना के लिए जापानी अनुदान सहायता के तहत तीन परियोजनाओं को अनुदान देने के समझौते पर हस्ताक्षर के लिए आयोजित सामारोह को संबोधित करते हुए कही थी. उन्होंने कहा था कि मुझे उम्मीद है कि यह अनुदान भारत और जापान के बीच दोस्ताना संबंध के चमकते प्रतीक के रूप में फलीभूत होगा.