India Overtakes China: स्टार्टअप की दुनिया में भारत ने चीन को पछाड़ा, लगातार दूसरे साल बने 23 Unicorns
देश में 2022 में 23 कंपनियों को यूनिकॉर्न का दर्जा मिला है जो चीन की तुलना में कहीं अधिक है. बीते वर्ष चीन में एक अरब डॉलर के मूल्यांकन वाले ऐसे स्टार्टअप की संख्या महज 11 रही.
India Overtakes China: 15 मार्च को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने 2022 में 23 यूनिकॉर्न जोड़कर चीन को पीछे छोड़ दिया है, जबकि पड़ोसी देश ने $1 बिलियन या उससे अधिक के मूल्यांकन के साथ 11 ऐसे स्टार्टअप बनाए हैं. बेन एंड कंपनी ने यह वार्षिक रिपोर्ट इंडियन वेंचर एंड अल्टरनेट कैपिटल एसोसिएशन (आईवीसीए) के साथ मिलकर तैयार की है. IND-PAK: SCO समिट के लिए भारत ने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री को भेजा न्योता, दिल्ली में होनी है मीटिंग
देश में 2022 में 23 कंपनियों को यूनिकॉर्न का दर्जा मिला है जो चीन की तुलना में कहीं अधिक है. बीते वर्ष चीन में एक अरब डॉलर के मूल्यांकन वाले ऐसे स्टार्टअप की संख्या महज 11 रही. यह लगातार दूसरी बार है जब इस मामले में भारत ने चीन को पीछे छोड़ा है.
आईवीसीए-बेन एंड कंपनी की रिपोर्ट में बताया गया कि अब भारत में उच्च मूल्य वाली इन कंपनियों की संख्या 96 हो गई है. हालांकि इस वर्ष यूनिकॉर्न बनने वाली कंपनियों की संख्या 2021 के मुकाबले लगभग आधी है. उस समय देश में 44 यूनिकॉर्न बने थे और उस वर्ष इनकी कुल संख्या 73 पर पहुंच गई थी.
कुल वित्तपोषण में छोटे शहरों के स्टार्टअप को मिलने वाला वित्तपोषण 18 प्रतिशत बढ़ गया है. इसमें कहा गया कि 2022 में व्यापक आर्थिक अनिश्चितता और मंदी की आशंका बढ़ने से निवेश की गति प्रभावित हुई और देश में उद्यम पूंजी निवेश घट गया.
इस रिपोर्ट में कहा गया कि घरेलू स्टार्टअप परिवेश में सौदे के मूल्य में 33 प्रतिशत का संकुचन आने के बावजूद देश 23 यूनिकॉर्न जोड़ पाया है. सौदे का मूल्य 2021 के 38.5 अरब डॉलर से घटकर 2022 में 25.7 अरब डॉलर रह गया.
IVCA के अध्यक्ष रजत टंडन ने कहा, "हम उद्योग की दीर्घकालिक विकास संभावनाओं और अनिश्चितताओं को नेविगेट करने, अवसरों की पहचान करने की क्षमता के बारे में आशावादी बने हुए हैं."