नई टिहरी, 13 जुलाई : मंगलवार रात को हुई भारी बारिश के कारण उत्तराखंड में भिंलगना ब्लॉक के बूढ़ाकेदार क्षेत्र में जमकर तबाही मची है. धर्म गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर आ गया है. इसके चलते नदी का पानी रगस्या और भौंदी गांव के खेतों तक पहुंच गया है. साथ ही नदी के बहाव के कारण बूढ़ाकेदार-पिंस्वाड़ मोटर मार्ग का एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया.
भारी बारिश के कारण गंगोत्री से जलभरकर लौट रहे उत्तर प्रदेश के 22 कांवड़ यात्री बेलक-बूढ़ाकेदार पैदल यात्रा पर रात भर फंसे रहे. बारिश के कारण ये लोग रास्ता भटक गए. जिसकी सूचना उन्होंने प्रशासन को दी. बुधवार तड़के एसडीआरएफ और राजस्व पुलिस की टीम ने 22 कांवड़ यात्रियों को बेलक के पास से रेस्क्यू कर सकुशल निकाला. यह भी पढ़ें : केदारनाथ से लौट रहे उप्र के श्रद्धालुओं की कार गंगा में गिरी, डूबने की आशंका
राजस्व उपनिरीक्षक बूढ़ाकेदार जीएस रावत ने बताया कि इन यात्रियों में तीन महिला और 19 पुरूष शामिल हैं. उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्री पैदल यात्रा मार्ग गंगोत्री से जल भरकर त्रिज्युगीनारायण-भटवाड़ी-बेलक-बूढ़ाकेदार से बूढ़ाकेदार पहुंचते हैं. इसके बाद वह घनसाली होकर पीपलडाली, कोटी, चंबा होते हुए ऋषिकेश जाते हैं.