Cyclone Burevi: तमिलनाडु पर मंडराने लगा चक्रवाती तूफान बुरेवी का खतरा, IMD ने दी यह चेतावनी
देश में एक तरफ जहां कोरोना महामारी से लोग परेशान हैं. वहीं दूसरी तरफ इस साल चक्रवाती तूफानों का सिलसिला भी लगातार जारी है. निवार' के बाद मौसम विभाग ने एक और चक्रवाती तूफान 'बुरेवी' (Cyclone Storm Burevi) दस्तक देने वाला है. मौसम विभाग (India Meteorological Department) की जानकारी के मुताबिक एक दिसंबर दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर गहरे दबाव के क्षेत्र ने मजबूत होकर मंगलवार को चक्रवाती तूफान 'बुरेवी' का रूप लिया. वहीं, अब बुरेवी तूफान आज शाम / रात को त्रिनकोमे के करीब श्रीलंका तट को पार सकता है. 3 दिसंबर की सुबह मन्नार की खाड़ी में उभरने और 4 दिसंबर की सुबह कन्नियाकुमारी और पंबन के बीच दक्षिण तमिलनाडु को पार करने की संभावना है.
नई दिल्ली:- देश में एक तरफ जहां कोरोना महामारी से लोग परेशान हैं. वहीं दूसरी तरफ इस साल चक्रवाती तूफानों का सिलसिला भी लगातार जारी है. निवार' के बाद मौसम विभाग ने एक और चक्रवाती तूफान 'बुरेवी' (Cyclone Storm Burevi) दस्तक देने वाला है. मौसम विभाग (India Meteorological Department) की जानकारी के मुताबिक एक दिसंबर दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर गहरे दबाव के क्षेत्र ने मजबूत होकर मंगलवार को चक्रवाती तूफान 'बुरेवी' का रूप लिया. वहीं, अब बुरेवी तूफान आज शाम / रात को त्रिनकोमे के करीब श्रीलंका तट को पार सकता है. 3 दिसंबर की सुबह मन्नार की खाड़ी में उभरने और 4 दिसंबर की सुबह कन्नियाकुमारी और पंबन के बीच दक्षिण तमिलनाडु को पार करने की संभावना है.
बता दें कि दक्षिण तमिलनाडु में बुरेवी के दस्तक के साथ ही दक्षिणी तमिलनाडु और दक्षिणी केरल के कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है और तीन दिसंबर को अलग अलग इलाकों में मूसलाधार बारिश का अनुमान है. मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण केरल में तीन दिसंबर को बारिश की संभावना बनी हुई है। इस क्षेत्र में तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा और अलाप्पुझा क्षेत्रों में बारिश हो सकती है.
ANI का ट्वीट:-
वहीं, मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 30 नवंबर से एक दिसंबर तक बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में और एक से तीन दिसंबर तक बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम हिस्से एवं पूर्वी श्रीलंका तट से दूर ही रहें. गौरतलब हो कि इससे पहले ही 25-26 नवंबर की रात तमिलनाडु-पुडुचेरी के समुद्री तट के आसपास निवार तूफान टकराया था. इसकी वजह से पुडुचेरी, तमिलनाडु और तटीय आंध्र प्रदेश के इलाकों में भारी बारिश हुई थी और कई स्थानों पर तेज तूफान की वजह से जान-माल की हानि भी हुई थी.