हैदराबाद, 11 जून : हैदराबाद पुलिस (Hyderabad Police) ने शनिवार को एक कार में 17 वर्षीय लड़की के साथ 28 मई के सामूहिक बलात्कार के मामले में गिरफ्तार किए गए पांच किशोरों से पूछताछ शुरू की. नाबालिगों को जुवेनाइल होम से जुबली हिल्स थाने लाया गया, जहां कुछ दिन पहले गिरफ्तारी के बाद से उन्हें रखा गया था. पुलिस ने किशोर गृह के अधिकारियों से अपने परिसर में नाबालिगों से पूछताछ की व्यवस्था करने का अनुरोध किया था, लेकिन यह संभव नहीं था. इसके बाद युवकों को थाने लाया गया चिल्ड्रन इन कॉन्फ्लिक्ट विद लॉ (सीसीएल) जैसा कि नाबालिगों को पुलिस द्वारा बुलाया जाता है, उनसे हर दिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक पूछताछ की जाएगी. शाम पांच बजे के बाद सीसीएल को किशोर गृह को सौंप दिया जाएगा.
किशोर न्याय बोर्ड ने गुरुवार को पुलिस को तीन सीसीएल की पांच दिन की हिरासत प्रदान की. हालांकि, शुक्रवार को उनसे पूछताछ नहीं की जा सकी, क्योंकि पूछताछ के स्थान को लेकर चल रहे कलह में दिन बीत गया. बोर्ड ने शुक्रवार को शेष दो सीसीएल की पांच दिन की पुलिस हिरासत की अनुमति देने के साथ, पुलिस ने उन सभी को एक साथ लेकिन अलग-अलग पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन लाने का फैसला किया. जांचकर्ता सीसीएल को उनके खिलाफ पुलिस द्वारा एकत्र किए गए सबूतों को सीसीटीवी फुटेज सहित दिखाने की संभावना है ताकि उनका अपराध कबूल किया जा सके. इस बीच, पुलिस ने सनसनीखेज मामले में एकमात्र प्रमुख आरोपी सादुद्दीन मलिक से पूछताछ जारी रखी. शनिवार को लगातार तीसरे दिन पुलिस अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं. यह भी पढ़ें : UIDAI शुरू कर रहा है डोरस्टेप सर्विस, अब आधार कार्ड यूजर्स को घर बैठे मिलेगी यह सुविधा
आरोपियों के खिलाफ एक मजबूत मामला बनाने के लिए प्रत्येक अपराधी द्वारा निभाई गई भूमिका के तहत पुलिस घटनाओं के क्रम को एक साथ जोड़ने के लिए और अधिक जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश कर रही है. पुलिस अपराधियों पर अपराध स्थल का पुनर्निर्माण और शक्ति परीक्षण करने की भी योजना बना रही है. पोटेंसी टेस्ट एक मेडिकल टेस्ट है जो यह स्थापित करता है कि कोई व्यक्ति यौन क्रियाओं में शामिल होने में सक्षम है या नहीं. यदि आवश्यक हो, तो पुलिस मलिक की पुलिस हिरासत बढ़ाने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटा सकती है, जो रविवार को समाप्त हो रही है.
पुलिस अधिकारी कथित तौर पर आरोपियों से भी जानकारी एकत्र कर रहे हैं कि अपराध करने के बाद उन्हें भागने में किसने मदद की. आरोपियों को कथित तौर पर आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और गोवा सहित अन्य राज्यों के स्थानों से गिरफ्तार किया गया था. लड़की का यौन शोषण करने वाले पांच आरोपियों में से चार की उम्र 16-17 साल है. पांचवां आरोपी 18 वर्षीय मलिक है, जो मुख्य आरोपी है. छठा आरोपी जिस पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है, वह 18 साल का होने में एक महीने का समय कम है. वह मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) के एक विधायक का बेटा है.