हैदराबाद: इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और प्रवर्तन निदेशालय ने हैदराबाद में तेलुगु देशम पार्टी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री वाईएस चौधरी के निवास और कार्यालयों में मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य वित्तीय अनियमत्ताओं के आरोप में छापेमारी की है. ये छापेमारी उनपर लगे अनियमितताओं और मनी लॉड्रिंग के आरोपों की जांच के लिए की गई. चेन्नई के ईडी और आईटी के अधिकारी शुक्रवार को सुजाना ग्रुप पहुंचे. यह छानबीन शनिवार तक चली. बता दें कि इस छापेमारी के कुछ दिनों पूर्व ही मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने प्रदेश में सीबीआई के प्रवेश पर रोक लगा दी थी.
चंद्रबाबू नायडू का आरोप था कि सीबीआई जानबूझकर उनके मंत्रियों और सहयोगियों को टार्गेट कर रही है. बीते 8 नवंबर को चंद्रबाबू नायडू की सरकार ने सीबीआई को राज्य में काम करने वाली दी गई जेनरल कंसेंट वापस ले ली थी. चौधरी का करीबी स्रोत सुजाना चौधरी, जो सुजाना ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज का मालिक है, ने छापे की पुष्टि की है.
पूर्व सीबीआई मामले की जांच के लिए ईडी के अधिकारियों और करदाताओं ने सुजाना समूह के कार्यालयों पर कब्जा कर लिया था. वाईएस चौधरी नरेंद्र मोदी कैबिनेट में राज्य मंत्री थे. उन्होंने मार्च तक विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय का कार्यभार भी संभाला है. बाद में टीडीपी ने एनडीए से आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा मांगते हुए अपना समर्थन वापस ले लिया था.
गौरतलब है कि टीडीपी सरकार ने 8 नवंबर को आदेश पारित किया था, जिसमें सीबीआई एवं अन्य केंद्रीय एजेंसियों को राज्य में काम करने के लिए दी गई 'जनरल कंसेंट' को वापस लेने की बात कही गई थी. इसके कुछ ही दिन बाद उनके निकट सहयोगी पर आईटी और ईडी का ये छापा पड़ा है.