बेंगलुरु, 9 फरवरी : हिजाब को लेकर मचे हंगामे के बीच सबकी निगाहें बुधवार को संभावित कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले पर टिकी हैं. राज्य के विद्युत,कन्नड़ एवं संस्कृति मंत्री वी सुनील कुमार ने कहा है कि हिजाब विवाद पर उच्च न्यायालय के फैसले का सम्मान करना चाहिए. भारतीय जनता पार्टी के मंत्री सुनील कुमार ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए संवाददाताओं से कहा, अगर कांग्रेस सत्ता में आयी तो इनके नेता हिंदुओं के लिए भी हिजाब को अनिवार्य कर देंगे. कांग्रेस को सांप्रदायिक मानसिकता से बाहर निकलना चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 1947 से ही बंटवारे की राजनीति करने वालों के साथ रही है. देश के बंटवारे के समय भी कांग्रेस देश का बंटवारा चाहने वाले के साथ थी. मौजूदा माहौल में भी कांग्रेस बंटवारे को एजेंडा चलाने वालों का साथ दे रही है.
उन्होंने विपक्ष के नेता सिद्दारमैय्या पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने टीपू जयंती मनानी शुरू की जिसके कारण कई हिंदू नेताओं की हत्या हुई. उन्होंने कहा, सिद्दारमैय्या कहते हैं कि वह तिलक लगाने के खिलाफ हैं और वह धर्म परिवर्तन रोधी विधेयक का विरोध कर रहे हैं. राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि हिंसा करने के लिए जो लोग गिरफ्तार हुए हैं, वे छात्र नहीं हैं, बाहरी हैं. राज्य में होने वाली ऐसी घटनाओं के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने शिवमोगा कॉलेज में भगवा ध्वज लगाने के लिए तिरंगा हटाये जाने के कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार के आरोप की भी आलोचना की.
इसी बीच कर्नाटक से कांग्रेस के राज्य सभा सदस्य नासिर हुसैन ने नयी दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि भाजपा की कर्नाटक इकाई के आपसी मतभेद के कारण हिजाब विवाद हुआ है. भाजपा के कुछ नेता बसवराजत बोम्मई को मुख्यमंत्री के रूप में नहीं चाहते हैं और वे इस विवाद के पीछे हैं. भाजपा के अंदरूनी विवाद के कारण पूरा राज्य परेशानी झेल रहा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बसवराज रायारेड्डी ने राज्य में कानून व्यवस्था बहाल रखने में राज्य सरकार के नाकाम होने का हवाला देते हुए कर्नाटक में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि सरकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चंगुल में है. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने अपना मुंह बंद रखा हुआ है. यह भी पढ़ें : UP Assembly Election 2022: प्रियंका गांधी ने जारी किया घोषणा पत्र, 10 दिन में किसानों का कर्जा माफ करने का वादा
इस दौरान कांग्रेस के स्थानीय नेता इब्राहिम खान ने एक विवादास्पद बयान दिया है कि जो भी हिजाब के खिलाफ आयेगा, उसे टुकड़ों में काटा जायेगा. खान ने कहा कि उनके धर्म के रास्ते में कोई आयेगा, तो यह बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. कांग्रेस नेता खान ने भाजपा विधायक बसवानागौडा पाटिल यत्नाल के हिजाब पहनने वालों को पाकिस्तान चले जाने के संबंध में दिये गये बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा ,हम भारतीय हैं. हम यहां पैदा हुए हैं और यहीं मरेंगे और यह देश यत्नाल का नहीं है. वचनंदा स्वामी ने लोगों से आग्रह किया है कि वे समाज में शांति बनाये रखें और उच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत करें और बिना कोई विरोध किये इसे स्वीकार करें.
गौरतलब है कि गत माह हिजाब को लेकर यह विवाद तब सुर्खियों में आया, जब उडुपी में कॉलेज की छात्राओं को हिजाब पहने होने के कारण कक्षा में आने से मना कर दिया गया. कॉलेज प्रशासन का कहना है कि ये छात्रायें पहले हिजाब नहीं पहनतीं थीं लेकिन अचानक इन्होंने हिजाब पहनना शुरू कर दिया. इन छात्राओं ने हिजाब के बिना क्लास करना स्वीकार नहीं किया और विरोध प्रदर्शन करने लगीं. यह मामला तेजी से राज्य के अन्य हिस्सों में भी पहुंचा और फिर पूरा राज्य विवाद के घेरे में आ गया.