मुंबई: कोविड-19 महामारी के कारण लगाए गए प्रतिबंधों के दो साल के अंतराल के बाद, 79,237 भारतीय मुसलमान हज-2022 तीर्थयात्रा करने के लिए सऊदी अरब जाएंगे, जो जुलाई से शुरू होगी. अधिकारियों ने यहां शनिवार को यह जानकारी दी. केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इनमें लगभग 50 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं. इनमें से 56,601 भारतीय मुसलमान हज यात्रा-2022 के लिए भारतीय हज समिति के माध्यम से और 22,636 मुस्लिम हज समूह के आयोजकों (एचजीओ) के माध्यम से यात्रा पर जाएंगे. एचजीओ की पूरी प्रक्रिया को भी पारदर्शी और ऑनलाइन कर दिया गया है.
बिना 'मेहरम' (पुरुष साथी) के 1800 से अधिक मुस्लिम महिलाएं हज यात्रा-2022 के लिए जाएंगी. ये महिलाएं बिना लॉटरी प्रणाली के माध्यम से हज पर जा रही हैं। हज यात्रा-2022 के लिए कुल 83,140 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें 72,170 ऑनलाइन आवेदन शामिल हैं. नकवी ने शनिवार को मुंबई के हज हाउस में 'खादिम उल हुज्जाज' के दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया. यह भी पढ़े: Haj 2022: प्रशिक्षकों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू, 'क्या करें, क्या न करें' की मिल रही ट्रेनिंग
ये 'खादिम-उल-हुज्जाज' मक्का-मदीना में भारतीय हज यात्रियों की सहायता करेंगे। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने उनसे तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया। इस दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में सभी राज्यों की 12 महिला प्रशिक्षुओं सहित 400 से अधिक खादिम-उल-हुज्जाज भाग ले रहे हैं. उन्हें मक्का-मदीना में हज यात्रियों के आवास, परिवहन, स्वास्थ्य और सुरक्षा सहित हज से संबंधित सभी प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की जाएगी. भारतीय हज समिति, बृहन्मुंबई नगर पालिका, आपदा प्रबंधन एजेंसियों के अधिकारी, डॉक्टर, एयरलाइंस, सीमा शुल्क और प्रवासन अधिकारी उन्हें दो दिनों में प्रशिक्षण देंगे.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हज यात्रा-2022 महत्वपूर्ण सुधारों के साथ हो रही है, जिसमें हज यात्रियों के स्वास्थ्य और कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और सऊदी अरब सरकार के आवश्यक दिशा-निर्देशों के साथ पूरी हज यात्रा 2022 की प्रक्रिया तैयार की गई है। इनमें पात्रता मानदंड, आयु सीमा, स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताएं आदि शामिल हैं.
कोरोना के कारण पिछले दो वर्ष से हज यात्रा नहीं हो पाई थी। इस बारे में, मंत्री ने कहा, "हम यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि तीर्थयात्रियों पर कोई अतिरिक्त वित्तीय बोझ न हो क्योंकि वे बिना किसी सब्सिडी के हज करेंगे। सऊदी अरब में किफायती मूल्य पर आवास, परिवहन और अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान करवाने की प्रक्रिया चल रही है.
नकवी ने यह भी बताया कि हज यात्रियों की चयन प्रक्रिया कोविड टीकाकरण के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल और भारत सरकार और सऊदी अरब सरकार द्वारा तय किए गए अन्य आवश्यक मानदंडों के अनुपालन में की गई है.
हज यात्रा पर जाने वालों में सबसे अधिक उत्तर प्रदेश से कुल 8,701 तीर्थयात्री हैं। इसके बाद पश्चिम बंगाल से 5,911 और जम्मू और कश्मीर से 5,281 तीर्थयात्री हैं। इसके अलावा केरल (5,274), महाराष्ट्र (4,874), असम (3,544), कर्नाटक (2,764), गुजरात (2,533), बिहार (2,210), राजस्थान (2,072), तेलंगाना (1,822), मध्य प्रदेश (1,780), झारखंड (1,559), तमिलनाडु (1,498), आंध्र प्रदेश (1,201) से तीर्थयात्री शामिल हैं.
वहीं दिल्ली (835), हरियाणा (617), उत्तराखंड (485), ओडिशा (466), छत्तीसगढ़ (431), मणिपुर (335), पंजाब (218), लद्दाख (216), लक्षद्वीप (159), अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (114), त्रिपुरा (108), गोवा (67), पुडुचेरी (52), हिमाचल प्रदेश (38), दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव (34), और चंडीगढ़ (25) तीर्थयात्री हज यात्रा पर जाने वाले हैं.
भारतीय हज समिति के माध्यम से हज यात्रा-2022 पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए - अहमदाबाद, बेंगलुरु, कोचीन, दिल्ली, गुवाहाटी, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और श्रीनगर में 10 प्रस्थान बिंदु बनाए गए हैं.
नकवी ने कहा कि अहमदाबाद प्रस्थान केंद्र पूरे गुजरात राज्य को शामिल करेगा। बेंगलुरु प्रस्थान केंद्र पूरे कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले को शामिल करेगा। कोचीन प्रस्थान केंद्र केरल, लक्षद्वीप, पुद्दुचेरी, तमिलनाडु और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह को शामिल करेगा। दिल्ली प्रस्थान केंद्र दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, उत्तराखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जिलों को शामिल करेगा.
उन्होंने आगे कहा कि गुवाहाटी प्रस्थान केंद्र असम, मेघालय, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और नागालैंड को शामिल करेगा। हैदराबाद प्रस्थान केंद्र आंध्र प्रदेश और तेलंगाना को शामिल करेगा. कोलकाता प्रस्थान केंद्र पश्चिम बंगाल, ओडिशा, त्रिपुरा, झारखंड और बिहार को शामिल करेगा. लखनऊ प्रस्थान केंद्र पश्चिमी भागों को छोड़कर उत्तर प्रदेश के शेष सभी हिस्सों को शामिल करेगा.
उन्होंने कहा कि मुंबई प्रस्थान केंद्र महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, दमन और दीव, दादरा और नगर हवेली को शामिल करेगा और श्रीनगर प्रस्थान केंद्र जम्मू-कश्मीर, लेह-लद्दाख-कारगिल को शामिल करेगा.
नकवी ने कहा कि संपूर्ण हज यात्रा-2022 की प्रक्रिया को 100 प्रतिशत डिजिटल/ऑनलाइन बनाना, पारदर्शी, सुलभ, किफायती और सुविधाजनक हज यात्रा के अलावा लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए काफी लाभदायक रहा है.
उन्होंने कहा, "मक्का-मदीना में डिजिटल स्वास्थ्य कार्ड, 'ई-मसीहा' स्वास्थ्य सुविधा और आवास/परिवहन के संबंध में सभी जानकारी प्रदान करने वाले 'ई-लगेज प्री-टैगिंग' सभी हज यात्रियों को प्रदान किए जाएंगे.