गांधीनगर: गुजरात के गिर नेशनल पार्क में लगातार हो रही शरों की मौत को लेकर राज्यसभा सांसद अहमद पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. पत्र में शेरों की लगातार हो रही मौत पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए पटेल ने राज्य सरकार पर कुप्रबंधन का आरोप लगाया है, और कहा है कि पार्क में शेरों की मौत रातों रात किसी कारण से नहीं बल्कि प्रबंधन की लंबे समय से चली आ रही लापरवाही के कारण हुई है.
पटेल ने पत्र में लिखा है, ‘‘पिछले तीन सप्ताह में गिर राष्ट्रीय उद्यान में 23 से अधिक शेरों की मौत हो चुकी है और 2016 से अब तक 180 से ज्यादा शेर मरे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘गिर शेर गुजरात का गौरव हैं, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि बड़े पैमाने पर मौतों का कारण लापरवाही है. उनकी मौत के कारण कोई रातों रात पैदा नहीं हुए, बल्कि यह राज्य सरकार के लंबे समय से चले जा आ रहे कुप्रबंधन एवं खराब देखभाल का परिणाम हैं.’
My letter to the Prime Minister regarding the large number of lion deaths at Gir National Park, Gujarat pic.twitter.com/gaLDZt7E03
— Ahmed Patel (@ahmedpatel) October 6, 2018
पीएम को लिखे इस पत्र में पटेल ने कहा कि शेरों के संरक्षण के लिए 1000 करोड़ रुपये का कोष बनाया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि गिर उद्यान के शेरों के लिए भी ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ की तर्ज पर राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम शुरू किया जाए. यह भी पढ़ें- गुजरात के गिर में कैनाइन डिस्टेंपर वायरस से दम तोड़ रहे है जंगल के शेर, जानिए क्या है यह बीमारी
शेरों की मौतों पर गुजरात के वन मंत्री गणपत वासव ने कहा कि कैनाइन डिस्टेंपर वायरस (सीडीवी) की वजह से 23 में से चार शेरों की मौत हुई और बाकियों की मौत की रिपोर्ट का इंतजार है.
कैनाइन डिस्टेंपर वायरस एक खतरनाक किस्म का संक्रमण वायरस है. जो तेजी के साथ फैलता है. इस बीमारी के बारे में कहा जाता है. यह एक बार जानवरों मे फैल जाने के बाद उसे बचा पाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है.