Banned Medicines in India 2023: झटपट आराम देने वाली इन दवाओं पर सरकार लगा चुकी है बैन, चेक करें कहीं आपके घर में तो नहीं

केंद्र सरकार ने साल 2023 में 14 FDC दवाओं पर बैन लगाया. FDC यानि फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन. एफडीसी दवाएं वे होती हैं जिनमें एक निश्चित अनुपात में दो या दो से अधिक सक्रिय औषधीय सामग्री का मिश्रण होता है.

Representational Image | PTI

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने साल 2023 में 14 FDC दवाओं पर बैन लगाया. FDC यानि फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन. एफडीसी दवाएं वे होती हैं जिनमें एक निश्चित अनुपात में दो या दो से अधिक सक्रिय औषधीय सामग्री का मिश्रण होता है. हेल्थ मिनिस्ट्री द्वारा इस साल 14 दवाओं पर प्रतिबंध लगाया गया है, जो सामान्य संक्रमण, खांसी और बुखार के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाती हैं. प्रतिबंधित दवाओं में सामान्य संक्रमण, खांसी और बुखार के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं थी. सरकार ने निमेसुलाइड और घुलनशील पेरासिटामोल गोलियों एवं क्लोफेनिरामाइन मैलेट तथा कोडीन सीरप सहित 14 एफडीसी दवाओं पर प्रतिबंध लगाया. साल 2023 में गूगल में सबसे ज्यादा सर्च की गई ये खबरें, यहां देखें टॉप-10 की लिस्ट.

इन दवाओं पर लगाया प्रतिबंध

प्रतिबंधित दवाओं में सामान्य संक्रमण, खांसी और बुखार के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली मिश्रित दवाएं शामिल हैं. इनमें निमेसुलाइड व पेरासिटामोल की घुलनशील गोलियां, क्लोफेनिरामाइन मैलेट + कोडीन सीरप, फोलकोडाइन + प्रोमेथाज़िन, एमोक्सिसिलिन + ब्रोमहेक्सिन और ब्रोमहेक्सिन + डेक्सट्रोमेथोर्फन + अमोनियम क्लोराइड + मेन्थॉल, पैरासिटामोल + ब्रोमहेक्सिन+ फिनाइलफ्राइन + क्लोरफेनिरामाइन + गुइफेनेसिन और सालबुटामोल + ब्रोमहेक्सिन के नाम हैं.

विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के बाद यह कदम उठाया गया है. विशेषज्ञ समिति ने कहा कि ‘इस एफडीसी (फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन) का कोई चिकित्सीय औचित्य नहीं है और एफडीसी से मानव के लिए जोखिम शामिल हो सकता है. इसलिए, बड़े जनहित में, औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 की धारा 26 ए के तहत इस एफडीसी के विनिर्माण, बिक्री या वितरण पर रोक लगाना आवश्यक है.’’

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