Gold-Silver Price Crash: डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद गोल्ड की कीमतों में गिरावट जारी; 76,000 रुपये के करीब पहुंचा भाव

नई दिल्ली, 7 नवंबर : अमेरिकी चुनावों के बाद गोल्ड की कीमतों में गिरावट का दौर जारी है. गुरुवार को एमसीएक्स पर गोल्ड का दिसंबर का फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट 0.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76,369 रुपये प्रति 10 ग्राम पर खुला. वहीं, चांदी का दिसंबर फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट 0.24 प्रतिशत की मंदी के साथ 90,601 रुपये प्रति किलो पर खुला.

अमेरिकी चुनावों में ट्रंप की जीत के बाद पिछले दो दिनों में गोल्ड के दाम 2,100 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी की कीमतें 4,050 रुपये प्रति किलो तक गिर गए हैं. इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के मुताबिक, 24 कैरेट गोल्ड का दाम 76,570 रुपये प्रति 10 ग्राम, 22 कैरेट गोल्ड का दाम 74,720 रुपये प्रति 10 ग्राम, 20 कैरेट गोल्ड का दाम 68,130 रुपये प्रति 10 ग्राम और 18 कैरेट गोल्ड का दाम 62,201 रुपये प्रति 10 ग्राम है. यह भी पढ़ें : बिहार: महिला और उसके तीन बच्चों के शव झोपड़ी के अंदर लटके मिले

जेएम फाइनेंसियल सर्विसेज लिमिटेड के ईबीजी- कमोडिटी एंड करेंसी रिसर्च, प्रणव मेर का कहना है कि गोल्ड और अन्य कमोडिटी में गिरावट देखने को मिली है. इसकी वजह अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत होना है, जिसके कारण अमेरिकी डॉलर मजबूत हुआ है. हालांकि, सपोर्ट लेवल पर होने के कारण नुकसान की भरपाई हुई है. अब बाजार का फोकस अमेरिकी फेड के पॉलिसी के निर्णय पर है.

आगे कहा, "चार्ट पर गोल्ड की कीमतें एमसीएक्स पर 77,500 रुपये रुपये प्रति 10 ग्राम और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 2,700 डॉलर प्रति औंस के महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल पर पहुंच गई हैं. हम केवल तभी अधिक सुधार की उम्मीद करते हैं जब दिए गए सपोर्ट लेवल नहीं टूटता है और कायम रहता है.

एलकेपी सिक्योरिटीज में वीपी रिसर्च एनालिस्ट - कमोडिटी एंड करेंसी, जतीन त्रिवेदी का कहना है कि सोने की कीमतों में उथल-पुथल देखी जा रही है. फिलहाल यह 78,500 रुपये से लेकर 77,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच बनी हुई है. अमेरिकी चुनाव के नतीजों से डॉलर इंडेक्स मजबूत होकर 105 पर पहुंच गया है. इसके कारण सोना 77,500 रुपये प्रति 10 ग्राम और 2,700 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया है. त्रिवेदी ने आगे कहा कि सोने की कीमतें ओवरसोल्ड जोन में चली गई हैं, जिसके कारण इसमें 2,700 डॉलर से लेकर 2,725 डॉलर तक की रिकवरी देखने को मिली. रिकवरी के बाद भी मंदी का रुझान बना हुआ है और 2,740 डॉलर और 2,680 डॉलर एक रुकावट का स्तर है.