'कुश्ती से संन्यास ले चुका हूं, सरकार के फैसले पर फेडरेशन के चुने हुए लोग निर्णय लेंगे', WFI की नई संस्था पर एक्शन के बाद बोले बृजभूषण शरण सिंह

केंद्रीय खेल मंत्रालय ने रविवार को संजय सिंह की अगुवाई वाली भारतीय कुश्ती महासंघ की नई संस्था को राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं आयोजित करने के लिए 'जल्दबाजी' में की गई घोषणा के कारण निलंबित कर दिया. इस पर डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि संजय सिंह मेरे रिश्तेदार नहीं हैं. नंदिनी नगर में अंडर-15 और अंडर-20 नेशनल आयोजित करने की घोषणा यह सुनिश्चित करने के लिए की गई थी कि खेल आयोजन फिर से शुरू हों. उन्होंने कहा कि मैंने पहलवानों के लिए 12 साल काम किया है. समय बताएगा कि क्या मैंने न्याय किया है. अब निर्णय और सरकार के साथ बातचीत महासंघ के निर्वाचित लोग करेंगे.

देखें वीडियो-

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव हुए और बॉडी का गठन किया गया. अब यह उनका (महासंघ के सदस्यों का) निर्णय है कि वे सरकार से बात करना चाहते हैं या कानूनी कार्रवाई करना चाहते हैं. मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं काम करता रहूंगा. हम एकेडमी चलाते रहेंगे. एकेडमी में 100-150 बच्चे हैं और मैंने खुद कुश्ती खेली है, कुश्ती के बल पर ही मैं आज यहां पर पहुंचा हूं. हम अपनी एकेडमी बंद नहीं करेंगे.

उधर, खेल मंत्रालय द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ की नवनिर्वाचित संस्था को निलंबित करने पर पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि यह पहलवानों की बेहतरी के लिए हुआ है. हम तो कह रहे थे कि यह बेटियों और बहनों की लड़ाई है, यह पहला कदम है. उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई सरकार से नहीं है, हमारी लड़ाई सिर्फ एक आदमी से थी, हमारी लड़ाई महिलाओं के लिए है.