FICN Case: एनआईए को मिली बड़ी कामयाबी, 50 हजार रुपये के इनामी आरोपी को किया गिरफ्तार
एनआईए की जांच से पता चला है कि इस्लाम फरार आरोपी सद्दाम सेख और हकीम शेख, जो बांग्लादेश के निवासी हैं, से अपने सह-आरोपियों के साथ कर्नाटक में आगे एफआईसीएन सर्कुलेट करने के लिए इसकी खरीद करता था. एनआईए ने कहा कि फरार बांग्लादेशी आरोपियों को पकड़ने के लिए मामले में आगे की जांच जारी है.
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अवैध व्यापार में शामिल बांग्लादेशी गिरोह (Bangladeshi Gangs) के साथ संबंधों के सिलसिले में वांछित नकली भारतीय मुद्रा नोट (FICN) आपूर्तिकर्ता सरीफुल इस्लाम (Sariful Islam) को गिरफ्तार किया है. पश्चिम बंगाल (West Bengal) के मालदा जिले के बाबूपुरा के निवासी इस्लाम पर एनआईए ने 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया था. NIA ने पूर्व एनकाउंटर स्पेशिलिस्ट और शिवसेना नेता प्रदीप शर्मा के मुंबई स्थित घर पर छापा मारा, हिरासत में लिया
एनआईए की जांच से पता चला है कि इस्लाम फरार आरोपी सद्दाम सेख और हकीम शेख, जो बांग्लादेश के निवासी हैं, से अपने सह-आरोपियों के साथ कर्नाटक में आगे एफआईसीएन सर्कुलेट करने के लिए इसकी खरीद करता था. एनआईए ने कहा कि फरार बांग्लादेशी आरोपियों को पकड़ने के लिए मामले में आगे की जांच जारी है.
मामला शुरू में 12 मार्च, 2018 को कर्नाटक के बेलगावी जिले के चिक्कोडी पुलिस स्टेशन में दो एफआईसीएन रैकेटियरों की गिरफ्तारी और 82,000 रुपये के अंकित मूल्य के एफआईसीएन की जब्ती से संबंधित था.
एनआईए ने 14 अप्रैल, 2018 को मामला फिर से दर्ज किया था और जांच अपने हाथ में ले ली थी.
एक विशेष एनआईए अदालत, बेंगलुरु ने पहले मामले में पांच आरोपियों को एफआईसीएन की खरीद और संचालन में उनकी भूमिका के लिए दोषी ठहराया था और उन्हें छह साल के कारावास की सजा सुनाई थी.