Mann Ki Baat: पीएम मोदी के 'मन की बात' का किसानों ने थाली बजा कर किया विरोध
जब रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साल 2020 की आखिरी 'मन की बात' कर रहे थे, तो उसी समय दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान थाली बजा रहे थे.
गाजीपुर बॉर्डर (नई दिल्ली/उप्र), 27 दिसंबर: जब रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) साल 2020 की आखिरी 'मन की बात' कर रहे थे, तो उसी समय दिल्ली (Delhi) की सीमाओं पर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान थाली बजा रहे थे. गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने मन की बात शुरू होते ही हाथों में ड्रम और थालियां लेकर बजाना शुरू कर दिया. किसानों का कहना है कि, मोदी जी के मन की बात का हम विरोध करते हैं. सरकार जब तक कानून वापस नहीं लेती, हम इसी तरह प्रधानमंत्री का विरोध करते रहेंगे.
भारतीय किसान यूनियन (IFU) के राष्ट्रिय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikaait) ने आईएएनएस से कहा कि, जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कोरोना थाली बजाने से भागेगा, उसी तरह किसान भी थाली बजा रहें हैं ताकि कृषि कानूनों को भगाया जाए.
उन्होंने आगे कहा कि, ये बस सरकार के लिए सुधार संकेत है कि सरकार जल्द सुधर जाए. 29 दिसंबर को हम सरकार के साथ मुलाकात करेंगे. वहीं नया साल सबके लिए शुभ हो और मोदी जी भी कानून वापस ले लें तो हम किसान भाइयों के लिए भी शुभ हो.
दरअसल किसानों ने 29 दिसंबर को सरकार के साथ बातचीत करने का प्रस्ताव रखा है. वहीं इस वार्ता में 4 मुद्दों का एजेंडा भी तय किया गया है.