Ranbaxy के पूर्व सीईओ मालविंदर और शिविंदर सिंह के ठिकानों पर ईडी ने मारा छापा
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को फार्मास्यूटिकल कंपनी रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटरों (CEO) मालविंदर मोहन सिंह व उनके भाई शिविंदर मोहन सिंह की संपत्तियों पर छापेमारी की है. ईडी की कार्रवाई अभी भी चल रही है. फिहाल अधिक जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है.
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को फार्मास्यूटिकल कंपनी रैनबैक्सी (Ranbaxy) के पूर्व प्रमोटरों (CEO) मालविंदर मोहन सिंह (Malvinder Mohan Singh) व उनके भाई शिविंदर मोहन सिंह (Shivinder Mohan Singh) की संपत्तियों पर छापेमारी की है. ईडी (Enforcement Directorate) की कार्रवाई अभी भी चल रही है. फिलहाल अधिक जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है.
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने दोनों भाईयों को जापानी कंपनी दाइची सैंक्यो को बकाया राशि के भुगतान के आदेश का पालन न करने पर जेल भेजने की चेतावनी दी थी. हालांकि जापान की कंपनी का आरोप है कि दोनों ने अदालत के कई आदेशों के बावजूद कोष को इधर उधर किया. सिंह बंधुओं को जापानी कंपनी को 4,000 करोड़ रुपये का भुगतान करना है.
इससे पहले 14 मार्च को उच्चतम न्यायालय ने दोनों भाइयों को दाइची को 4,000 करोड़ रुपये का भुगतान करने के बारे में ठोस योजना सौंपने को कहा था. इसके साथ ही उन्हें अपने लेखाकारों और वित्तीय एवं कानूनी सलाहकारों के साथ भी विचार विमर्श कर अदालत को जानकारी देने को कहा था.
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दाइची सैंक्यो ने 2008 में रैनबैक्सी को खरीदा था. बाद में दाइची सैंक्यो ने सिंगापुर मध्यस्थता न्यायाधिकरण में शिकायत की थी कि सिंह बंधुओं ने रैनबैक्सी के खिलाफ अमेरिका के खाद्य एवं औषधि विभाग की चल रही जांच की बात छुपाई थी.
(एजेंसी इनपुट के साथ)