नई दिल्ली, 12 अप्रैल : अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री आतिशी ने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू किया जा सकता है. उन्होंने आगे कहा कि हमें विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि केंद्र सरकार दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने वाली है. इसके संकेत इस बात से मिलते हैं कि दिल्ली में पिछले कई महीनों से किसी भी आईएएस अफसर की पोस्टिंग नहीं हो रही है.
आतिशी ने कहा कि दिल्ली में कई विभाग खाली हैं. बावजूद इसके दिल्ली के अंदर किसी भी अफसर की नियुक्ति नहीं की जा रही है. दिल्ली के उपराज्यपाल पिछले एक सप्ताह से बार-बार गृह मंत्रालय को बिना किसी कारण दिल्ली सरकार को लेकर पत्र लिख रहे हैं. आतिशी के मुताबिक दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने 'मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट' का बहाना बनाकर किसी भी मीटिंग में आना बंद कर दिया है, चाहे वह मीटिंग कितने भी महत्वपूर्ण विषय पर बुलाई जाए. यह भी पढ़ें : Ahmedabad Shocker: ऑफिस से एक दिन की छुट्टी लेने पर बॉस ने कर्मचारी को पीटा, आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज
उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव की बर्खास्तगी का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि एक बेहद पुराने मामले को उठाकर मुख्यमंत्री के निजी सचिव को बर्खास्त किया गया. यह सभी उदाहरण बताते हैं कि दिल्ली की सरकार को गिराने की एक बड़ी साजिश हो रही है. दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाना गैरकानूनी और गैर संवैधानिक कदम होगा. आम आदमी पार्टी का कहना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को झूठे आरोपों में बिना किसी प्रमाण के गिरफ्तार किया गया. दूसरी राजनीतिक पार्टियों को मालूम चल गया कि वे दिल्ली में चुनाव जीतने वाले नहीं हैं, इसलिए अरविंद केजरीवाल की सरकार को निशाना बनाया जा रहा है.
आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की हर महिला को हजार रुपए महीना देने का वादा किया है. इस योजना को रोकने के लिए आज राजनीतिक साजिश रची जा रही है. इन तमाम साजिशों के बावजूद दिल्ली की हर महिला को इस योजना का लाभ जरूर मिलेगा. इसी बीच दिल्ली में आम आदमी पार्टी के समर्थक और कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध करते नजर आए. आईटीओ फुटओवर ब्रिज पर आप कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल की तस्वीर वाला बैनर लेकर पहुंचे और उनके समर्थन में नारेबाजी की.