दिल्ली: लॉकडाउन में छलका महिला का दर्द, कहा- दिल की बीमारी से पीड़ित बेटी की दवा के लिए नहीं है पैसे, कामकाज बंद होने से बढ़ी दिक्कत
राजधानी दिल्ली में लोगों के घरों में काम करने वाली एक महिला का कहना है कि वो बहुत चिंतित है क्योंकि उसकी 14 साल की बेटी दिल की बीमारी से पीड़ित है. उसे दवाइयां चाहिए और उसकी दवाइयां खरीदने के लिए मेरे पास एक पैसा भी नहीं है. मेरे पति एक रिक्शाचालक हैं, लेकिन लॉकडाउन के चलते उनके पास भी इन दिनों कोई काम नहीं है, जिसके कारण हमारी दिक्कतें काफी बढ़ गई है.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ जारी जंग के मद्देनजर देश में लागू देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown 2) के दूसरे चरण का आज 5वां दिन है. कोविड-19 (COVID-19) के प्रसार की रोकथाम के लिए लॉकडाउन का दूसरा चरण देश में 3 मई तक लागू रहेगा. हालांकि कोरोना वायरस के चलते जारी लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) का सबसे ज्यादा प्रभाव दिहाड़ी मजदूरों और छोटे-मोटे काम करके गुजारा करने वाले लोगों पर पड़ रहा है. कामकाज बंद होने की वजह से उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है, जिससे निपटना उनके लिए कोराना वायरस से बड़ी चुनौती बन गई है. लॉकडाउन के चलते बेरोजगारी और भुखमरी की नौबत आ गई है, जिसके चलते गरीब तबके के लोगों की जिंदगी पहले से कही ज्यादा मुश्किल हो गई है. लॉकडाउन के बीच दिल्ली में आखिरकार एक महिला का दर्द छलक उठा.
राजधानी दिल्ली में लोगों के घरों में काम करने वाली एक महिला का कहना है कि वो बहुत चिंतित है क्योंकि उसकी 14 साल की बेटी दिल की बीमारी (Heart Disease) से पीड़ित है. उसे दवाइयां चाहिए और उसकी दवाइयां (Medicines) खरीदने के लिए मेरे पास एक पैसा भी नहीं है. मेरे पति एक रिक्शाचालक (Rickshaw Puller) हैं, लेकिन लॉकडाउन के चलते उनके पास भी इन दिनों कोई काम नहीं है, जिसके कारण हमारी दिक्कतें काफी बढ़ गई है.
लॉकडाउन में छलका महिला का दर्द
बता दें कि लॉकडाउन होने के बावजूद देश में कोरोना वायरस मामलों की संख्या में लगातार इजाफा देखा जा रहा है. देश के विभिन्न इलाकों से लगातार कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं. शनिवार तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो देश में कुल 14,792 कोविड-19 पॉजिटिव मामलों की पुष्टि हुई है, जिनमें 12,289 मामले सक्रिय बताए जा रहे हैं, जबकि 2015 लोग इलाज के जरिए ठीक/डिस्चार्ज हो चुके हैं और अब तक कुल 488 लोगों की मौत हो चुकी है.