Cyber Fraud: बिना OTP शेयर किए अकाउंट से 95 हजार गायब, देहरादून के स्कूल मैनेजर को स्कैमर्स ने नए तरीके से ठगा
देहरादून के लच्छीवाला में स्कूल चलाने वाले शंभू प्रसाद पंचोली के साथ 95 हजार की साइबर ठगी हुई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, साइबर बदमाशों ने बिना वन टाइम पासवर्ड (OTP) मांगे ट्रांजैक्शन किया. उन्होंने उसके मोबाइल फोन पर चार लिंक भेजकर पैसे निकाल लिए.
देहरादून: पिछले कुछ सालों से ऑनलाइन फ्रॉड की घटनाएं बढ़ रही हैं. साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए OTP ना शेयर करने की वॉर्निंग भी दी जाती है. लेकिन, अब स्कैमर्स नए नए तरीके अपनाने लगे हैं. टेक्नोलॉजी बढ़ने के साथ अब साइबर स्कैम करने का तरीका भी एडवांस होता जा रहा है. ऐसी ही एक घटना में देहरादून के एक स्कूल मैनेजर को बड़ा नुकसान हुआ है. देहरादून के लच्छीवाला में स्कूल चलाने वाले शंभू प्रसाद पंचोली के साथ 95 हजार की साइबर ठगी हुई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, साइबर बदमाशों ने बिना वन टाइम पासवर्ड (OTP) मांगे ट्रांजैक्शन किया. उन्होंने उसके मोबाइल फोन पर चार लिंक भेजकर पैसे निकाल लिए. SBI Safety Tips: बैंकिंग फ्रॉड से बचाएंगे ये तरीके, एसबीआई ने शेयर किए सेफ्टी टिप्स.
15 फरवरी को एक व्यक्ति का उनके पास फोन आया. फोन करने वाले शख्स ने खुद को स्कूल में पढ़ने वाले एक छात्र का पिता बताया. उसने बताया कि ऑनलाइन बेटे की फीस जमा करनी है. फोन करने वाले व्यक्ति ने जिस छात्र का नाम लिया, वह उसी स्कूल में पढ़ता है और उसकी फीस भी जमा होनी थी. फोन करने वाले ने उनके मोबाइल पर चार बार लिंक भेजकर क्लिक करने को कहा. इसके बाद कई बार में 94 हजार 996 रुपये की कटौती हो गई.
पीड़ित ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि उसे 15 फरवरी को स्कूल में एक छात्र पीयूष के पिता होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति का फोन आया. क्योंकि छात्र की फीस बाकी थी इसलिए उन्हें फ्रॉड का कोई शक नहीं हुआ.
इसके बाद आरोपी ने शंभू के व्हाट्सएप पर चार लिंक भेजे और फीस लेने के लिए उन्हें खोलने को कहा. जब शंभू ने लिंक खोले और आरोपी द्वारा बताए गए स्टेप्स को फॉलो किया तो उसके अकाउंट से चार लेनदेन में कुल 95,000 रुपये किसी अन्य खाते में ट्रांसफर हो गए.
इसी तरह की एक अन्य घटना में देहरादून के एक व्यक्ति से साइबर जालसाजों ने 1.50 लाख रुपये की ठगी की. पीड़ित नरेंद्र सिंह को फास्टैग रिचार्ज कराने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था जिसके बाद उन्होंने कस्टमर केयर नंबर पर कॉल किया. कॉल रिसीव करने वाले व्यक्ति ने शिकायतकर्ता से डिवाइस शेयरिंग ऐप डाउनलोड करने को कहा. पीड़ित के फोन का एक्सेस मिलने के बाद आरोपी ने सिंह के खाते से 1.50 लाख रुपये उड़ा लिए.