चक्रवात ‘फानी’ अगले 24 घंटों में भीषण चक्रवाती तूफान में हो सकता है तब्दील
चक्रवात ‘फानी’ अगले 12 घंटे में ‘भीषण चक्रवाती तूफान’ तथा अगले 24 घंटे में ‘बेहद भीषण चक्रवाती तू्फान’ में तब्दील हो सकता है. मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने रविवार को यह जानकारी दी...
चक्रवात ‘फानी’ अगले 12 घंटे में ‘भीषण चक्रवाती तूफान’ तथा अगले 24 घंटे में ‘बेहद भीषण चक्रवाती तू्फान’ में तब्दील हो सकता है. मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने रविवार को यह जानकारी दी. चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने अपराह्न एक बजे के अपने बुलेटिन में कहा कि फिलहाल फानी त्रिंकोमली (श्रीलंका) के 745 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण पूर्व, चेन्नई के 1050 किलोमीटर दक्षिण पूर्व तथा मछलीपट्टनम (आंध्र प्रदेश) के 1,230 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में है. विभाग ने कहा, ‘‘अगले 12 घंटे में इसके ‘भीषण चक्रवाती तूफान’ तथा अगले 24 घंटे में ‘बेहद भीषण चक्रवाती तू्फान’ में तब्दील होने के आसार हैं.’’
केरल के सुदूर इलाकों में 29 और 30 अप्रैल को तेज बारिश हो सकती है. इसने कहा कि चक्रवात तमिलनाडु नहीं पहुंचेगा लेकिन इसके असर से उत्तरी भागों में हल्की बारिश हो सकती है. इससे पहले चेन्नई सहित उत्तरी तमिलनाडु में भारी बारिश की उम्मीद की जा रही थी. चेन्नई में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केन्द्र ने कहा है कि तमिलनाडु में चक्रवात का खतरा दूर हो गया है. क्षेत्र चक्रवात चेतावनी केन्द्र के निदेशक एस बालचंद्रन ने चेन्नई में संवाददाताओं से कहा, ‘‘फानी के तमिलनाडु तट पार करने की कोई संभावना नहीं है.’’ बुलेटिन में कहा गया कि रविवार से तमिलनाडु, पुडुचेरी तट, कोमोरिन क्षेत्र और मन्नार की खाड़ी और उसके पास से 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं.
इसमें कहा गया, ‘‘ उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर 30 अप्रैल की सुबह से हवा की गति 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने और फिर 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है. 28 अप्रैल की शाम से केरल तट के पास और उससे 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना है.’’ पुडुचेरी, तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश में तट पर और उसके पास समुद्र में स्थिति बेहद प्रतिकूल हो सकती है. मौसम विभाग ने श्रीलंका, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी के मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह भी दी है.