Crocodile Kills 8-Year-Old Girl in Uttarakhand: हरिद्वार में तालाब के किनारे फूल तोड़ने गई बच्ची पर मगरमच्छ का हमला

उत्तराखंड (Uttarakhand) के हरिद्वार जिले के लक्सर के रायसी इलाके में उस वक्त अफरातफरी मच गई. जब एक 8 साल की बच्ची ( 8-Year-Old Girl) को एक मगरमच्छ (Crocodile) घसीटते हुए तालाब में ले गया. लोग कुछ कर पाते तब तक मगरमच्छ बच्ची को अपने साथ तालाब में लेकर चला गया. दरअसल 8 साल की बच्ची बाणगंगा में तलाब किनारे फूल तोड़ने गई थी. उसी दौरान तालाब के अंदर एक मगरमच्छ घात लगाकर बैठा था. इस दौरान मगरमच्छ ने बच्ची पर हमला किया और उसके बाद अपने मजबूत जबड़ों से पकड़कर उसे तालाब में लेकर चला गया. जिसके बाद लोगों ने इस बात की जानकारी पुलिस और वन विभाग के अधिकारीयों को दी, जिसके बाद धरपकड़ शुरू हुआ.

मगरमच्छ/ प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

उत्तराखंड (Uttarakhand) के हरिद्वार जिले के लक्सर के रायसी इलाके में उस वक्त अफरातफरी मच गई. जब एक 8 साल की बच्ची ( 8-Year-Old Girl) को एक मगरमच्छ (Crocodile) घसीटते हुए तालाब में ले गया. लोग कुछ कर पाते तब तक मगरमच्छ बच्ची को अपने साथ तालाब में लेकर चला गया. दरअसल 8 साल की बच्ची बाणगंगा में तलाब किनारे फूल तोड़ने गई थी. उसी दौरान तालाब के अंदर एक मगरमच्छ घात लगाकर बैठा था. इस दौरान मगरमच्छ ने बच्ची पर हमला किया और उसके बाद अपने मजबूत जबड़ों से पकड़कर उसे तालाब में लेकर चला गया. जिसके बाद लोगों ने इस बात की जानकारी पुलिस और वन विभाग के अधिकारीयों को दी, जिसके बाद धरपकड़ शुरू हुआ.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लड़की अपने दीदी के सात बाणगंगा में तलाब किनारे घास काटने के लिए गई थी. जब बच्ची की दादी घास काट रही थी. उसी दौरान बच्ची फूल तोड़ने चली गई. जिसके बाद यह हादसा हुआ. वहीं, कई घंटो की तलाश के बाद बच्ची का शव बरमाद किया गया. बता दें कि उत्तराखंड में कई इलाकों में तेज बारिश के बाद अक्सर नदियों के मगरमच्छ गांव में पहुंच जाते हैं. यह भी पढ़ें:- Giant Rat Video: नाले की सफाई करते समय श्रमिकों को मिला एक विशाल चूहा, मैक्सिको सिटी से वायरल हुए इस वीडियो को देख उड़े लोगों के होश.

वहीं, घटना से पूरे इलाके में मातम पसर गया है और लोगों के मन में डर बैठ गया है. जांच कर रहे अधिकारी के मुताबिक मगरमच्छ बच्ची पानी में घसीट ले गया लेकिन उसने उसे नहीं खाया. चूंकि यह एक बड़ा दलदली जल निकाय है, जिसकी लंबाई लगभग 1.5 किमी है, हम मगरमच्छ नहीं खोज सकते. शनिवार को मगरमच्छ के लिए अपनी खोज फिर से शुरू किया जाएगा.

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