कोरोना पीड़ितों के इलाज में डॉक्टर्स की मदद करेंगे ये ह्यूमनॉयड रोबोट, तमिलनाडु की सॉफ्टवेयर कंपनी ने किए दान
कोविड-19 (COVID-19) महामारी के निपटारे में सरकार की मदद के लिए हर कोई अपने-अपने हिसाब से मदद कर रहा है. इसी क्रम में तमिलनाडु (Tamil Nadu) की एक प्राइवेट सॉफ्टवेयर कंपनी ने सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों तक दवाइयां आदि पहुंचाने के लिए ह्यूमनॉयड रोबोट (Humanoid Robot) दान किए है.
चेन्नई: कोविड-19 (COVID-19) महामारी के निपटारे में सरकार की मदद के लिए हर कोई अपने-अपने हिसाब से मदद कर रहा है. इसी क्रम में तमिलनाडु (Tamil Nadu) की एक प्राइवेट सॉफ्टवेयर कंपनी ने सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों तक दवाइयां आदि पहुंचाने के लिए ह्यूमनॉयड रोबोट (Humanoid Robot) दान किए है. इसका मकसद पीड़ितों से इंसानी संपर्क को टालना है. जिससे मेडिकल स्टाफ को महामारी के संक्रमण से बचाया जा सके.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक त्रिची (Tiruchirappalli) की सॉफ्टवेयर कंपनी द्वारा निर्मित ह्यूमनॉइड रोबोट कोरोना वायरस आइसोलेशन वार्ड में मरीजों को दवाई देने का काम किया करेंगे. फिलहाल ऐसे रोबोट उपयोग के लिए तैयार हैं. हालांकि इन रोबोट का अस्पताल में इस्तेमाल जिला प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद ही किया जाएगा. अभी इन ह्यूमनॉइड रोबोट की सभी पहलुओं की टेस्टिंग चल रही है. Coronavirus: मोदी सरकार ने कोरोना महामारी से निपटने की जिम्मेदारी 11 ग्रुप्स को सौंपी, पीएमओ और कैबिनेट के वरिष्ठ सदस्य होंगे हिस्सा
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री की अपील के बाद राष्ट्रपति, केंद्रीय मंत्रियों, मंत्रियों, सरकारी संगठनों, निजी संस्थाओं और व्यक्तियों, राजनीतिक नेताओं, फिल्म जगत की हस्तियों से लेकर उद्योग जगत के दिग्गजों ने ‘‘पीएम केयर्स’’ कोष में दान देने का संकल्प लिया है.
कोरोना वायरस के प्रको से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने “प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपात स्थिति राहत कोष” (पीएम केयर्स) नाम से एक सार्वजनिक चैरिटेबल ट्रस्ट बनाया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं और इसके सदस्य रक्षा मंत्री, गृह मंत्री और वित्त मंत्री हैं. (एजेंसी इनपुट के साथ)