पश्चिम बंगाल में 24 घंटे में अचानक मृतकों की संख्या 35 से बढ़कर 133 हुई, क्या राज्य सरकार आकड़ों के साथ कर रही है हेरा-फेरी?

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सोमवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक पश्चिम बंगाल में कोविड-19 से केवल 35 लोगों की मौत की पुष्टी हुई थी. जबकि प्रदेश में महामारी के संक्रमण के 963 केस थे. बीते एक दिन में 296 मरीज बढे है.

ममता बनर्जी (Photo Credits: IANS/File)

कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में कोरोना वायरस (Coronavirus) तेजी से पांव पसार रहा है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक मंगलवार सुबह तक राज्य में कोरोना प्रभावित लोंगो की संख्या बढ़कर 1259 हो चुकी है. जबकि राज्य के विभिन्न अस्पतालों से इलाज के बाद 218 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है. वहीं राज्य में कोरोना संक्रमित मृतकों की संख्या में अचानक बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिम बंगाल में 24 घंटे में मृतकों की संख्या बढ़कर 133 हो गई है. जो कि सोमवार सुबह तक केवल 35 थी.

पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमित मृतकों की संख्या में महज एक दिन में हुए इतने बड़े इजाफे से ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की सरकार पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए है. अंतर मंत्रालयी केन्द्रीय दल (आईएमसीटी) ने राज्य में संक्रमितों के मृत्यु दर पर पहले ही चिंता जताई थी. आईएमसीटी ने राज्य सरकार को कोरोना वायरस से निपटने में असफल बताया था. पश्चिम बंगाल में कोविड-19 से 11 और लोगों की मौत, मृतक संख्या 61 हुई

ममता सरकार पर पहले से ही कोरोना मरीजों की संख्या छिपाने के आरोप लगते रहे है. केंद्रीय टीम ने भी राज्य सरकार पर आरोप लगाया था कि कोविड-19 मरीजों के आंकड़ों में भारी हेरफेर होता नजर आ रहा हैं. इसके अलावा राज्य में कोरोना की जांच भी बहुत कम की जा रही है.

आईएमसीटी के मुताबिक पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमण से होने वाली मौतों की दर देश में सबसे अधिक है. पश्चिम बंगाल में कोविड-19 पीड़ित 12.8 प्रतिशत मरीज दम तोड़ रहे है. इस सिलसिले में आईएमसीटी के सदस्य अपूर्व चंद्रा ने राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को एक पत्र लिखा जा चुका है. प बंगाल: सरकार द्वारा मंजूरी दिए जाने के बाद भी ग्रीन जोन में नहीं चली बसें

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सोमवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक पश्चिम बंगाल में कोविड-19 से केवल 35 लोगों की मौत की पुष्टी हुई थी. जबकि प्रदेश में महामारी के संक्रमण के 963 केस थे. बीते एक दिन में 296 मरीज बढे है. राज्य में कंटेटमेंट जोन की संख्या बढ़कर 516 हो गई है. जो 28 अप्रैल तक 348 थी. नए कंटेटमेंट जोन में से अधिकांश राज्य की राजधानी कोलकाता में हैं.

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