Rahul Gandhi Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बाद आज से भारत जोड़ो न्याय यात्रा' की शुरुआत मणिपुर से करने जा रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे रविवार को थौबल जिले के खोंगजोम युद्ध स्मारक से यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे.राहुल गांधी की यह यात्रा मणिपुर से शुरू होने के बाद मध्य प्रदेश, गुजरात , पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मेघालय समेत 15 राज्यों में होते हुए उनकी यात्रा करीब 66 दिन बाद 6700 KM का सफर तय करने के बाद 20 मार्च को उनकी यात्रा का मुंबई में समापन होगा.
राहुल गांधी की इस न्याय यात्रा को लेकर एक दिन पहले कांग्रेस ने कहा कि मणिपुर से कांग्रेस ने कहा कि यह यात्रा "देश के साथ पिछले 10 वर्षों में हुए राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक अन्याय" को ध्यान में रखते हुए निकाली जा रही है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि भारत के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती अनैतिक विचारधारा है, जो ध्रुवीकरण, आर्थिक असमानताओं और राजनीतिक सत्तावाद को बढ़ावा देती है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिखाए सुनहरे सपनों और 'अमृत काल' की चर्चा करते हुए कहा कि देश में पिछले 10 साल से 'अन्याय काल' कायम है. यह भी पढ़े: Bharat Jodo Nyay Yatra: राहुल गांधी आज मणिपुर से शुरू करेंगे ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’
मणिपुर समेत 15 राज्यों से होकर गुजरेगी यात्रा
राज्यसभा सदस्य रमेश ने कहा कि यह यात्रा, जो मणिपुर से महाराष्ट्र तक 15 राज्यों को कवर करेगी, धर्मनिरपेक्ष देश में एक वैचारिक कदम है न कि चुनावी. भारत जोड़ो न्याय यात्रा 66 दिनों में 100 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों, 110 जिलों से होकर 6,713 किमी की दूरी तय करेगी। कांग्रेस का मानना है कि यह राहुल गांधी की सितंबर 2022 में शुरू होकर 30 जनवरी 2023 तक देश के दक्षिणी छोर कन्याकुमारी से उत्तरी छोर कश्मीर के श्रीनगर तक चली 'भारत जोड़ो यात्रा' की तरह ही "परिवर्तनकारी" साबित होगी.
केंद्र सरकार के खिलाफ भारत न्याय यात्रा:
कांग्रेस नेताओं ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' इसलिए निकाली गई, क्योंकि मौजूदा सरकार ने विपक्ष को संसद में लोगों के मुद्दे उठाने की अनुमति नहीं दी. जनता के चुने हुए 192 सांसदों को निष्कासित कर देश के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया। यात्रा का उद्देश्य न्याय के सिद्धांतों को फिर से स्थापित करना है। संविधान को बचाना है, क्योंकि देशवासियों की स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा संविधान में निहित है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे रविवार को थौबल जिले के खोंगजोम युद्ध स्मारक से यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे.
20 मार्च को मुंबई में होगा समापन:
एआईसीसी महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल ने कहा था कि यात्रा मणिपुर से नगालैंड, असम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय जाएगी और 66 दिनों में 15 राज्यों से 6,713 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी. उन्होंने कहा था कि यह यात्रा महिलाओं, युवाओं, किसानों और गरीबों के लिए न्याय की मांग करेगी और यह ऐतिहासिक भी होगी.