China Cat Que Virus: कोरोना संकट के बीच भारत के लिए नई मुसीबत, चीन से दूसरा CQV वायरस फैलने का खतरा

कोरोना महामारी (Corona pandemic) को लेकर भारत भी दूसरे अन्य देशों की तरह परेशान हैं. भारत में हर दिन करीब 80- से 90 हजार कोरोना के मरीज पाए जा रहे हैं, वहीं करीब एक हजार से ज्यादा लोगों की इस महामारी की वजह से जान जा रही हैं. इस बीच चीन से निकलकर दुनिया के तमाम देशों में फैलने वाले कोविड-19 की महामारी को लेकर भारत पहले से ही परेशान था. वहीं चीन से भारत में एक दूसरी महामारी China Cat Que Virus फैलने का खतरा बढ़ गया है.

प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits Pixabay)

नई दिल्ली: कोरोना महामारी (Corona pandemic) को लेकर भारत भी दूसरे अन्य देशों की तरह परेशान हैं. भारत में हर दिन करीब 80- से 90 हजार कोरोना के मरीज पाए जा रहे हैं, वहीं करीब एक हजार से ज्यादा लोगों की इस महामारी की वजह से जान जा रही हैं. इस बीच चीन से निकलकर दुनिया के तमाम देशों में फैलने वाले कोविड-19 की महामारी को लेकर भारत पहले से ही परेशान था. वहीं चीन से भारत में एक दूसरा वायरस पाया गया है. इस वायरस का नाम CQV यानी Cat Que Virus जो ज्यादातर सूअर और मच्छरों के जरिए इंसान में फैलता है.

CQV वायरस को लेकर पुणे की  नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) और आईसीएमआर (ICMR) के वैज्ञानिकों ने देशभर से 883 लोगों का सीरम टेस्ट किया. जिनमें से 2 लोगों में CQV वायरस की एंटीबॉडी मिली हैं. यानी ये लोग इस वायरस से संक्रमित है. हालांकि इस महामारी को इसके पहले इस तरफ के 2 नमूने कर्नाटक में 2014 और 2017 में पाए जा चके हैं. वहीं CQV वायरस के बारे में ICMR वैज्ञानिकों का कहना है यह वायरस ज्यादातर सुअर और मच्छरों में पाया जाता है. जो इनके जरिए इंसान में फैलता है और यह भारत में भी फैल सकता हैं. जिससे सतर्क रहने की जरूरत हैं. यह भी पढ़े: Miracle Cure for COVID-19! कोरोना महामारी से लड़ने के लिए ऑनलाइन बेचा जा रहा है ‘चमत्कारी इलाज’? FDA ने जारी की चेतावनी

वैज्ञानिकों के अनुसार CQV वायरस आर्बोवायरस में से एक है. यह आर्थोपोडा वर्ग के कीड़े-मकोड़ों जैसे मच्छर, मक्खी, कॉकरोच, बिच्छू और खटमल वगैरह से फैलता है और ये इंसानों और बच्चों में प्रवेश करने के बाद लोगों की जान भी ले सकता है.

बता दें कि में भारत में जहां अभी कोरोना महामारी की जांच चल रही हैं. वहीं भारत में CQV वायरस  का ख़तरा पैदा हो गया हैं. जिसके बाद आईसीएमआर की टीम इस वायरस के टेस्ट के लिए लग गई हैं. ताकि इस वायरस से एक नई बीमारी भारत में ना फैलने से रोका जा सके.

 

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