Chhattisgarh MBBS Exam in Hindi: राष्ट्रीय हिंदी दिवस पर शनिवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में भी कराने का ऐलान किया। साथ ही उन्होंने इंजीनियरिंग समेत अन्य विषयों की पढ़ाई हिंदी में कराने पर जल्द विचार करने की बात कही. सीएम साय ने यहां आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “आज हमारी सरकार एक बड़ा फैसला ले रही है. हिंदी दिवस मनाने की सार्थकता तभी होगी जब हम शिक्षा के हर स्तर पर हिंदी को लागू करेंगे, हिंदी में कामकाज करेंगे. हमारी सरकार ने एमबीबीएस की पढ़ाई की व्यवस्था हिंदी में करने का निर्णय किया है.
पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "अभी सिर्फ मेडिकल की पढ़ाई को हिंदी में किया है. आगे इंजीनियरिंग समेत कई अन्य विषयों पर भी विचार किया जाएगा. साथ ही उन्होंने पीएम श्री योजना और अन्य केंद्रीय योजनाओं के लिए राज्य को पैसा नहीं मिलने के सवाल पर कहा कि पीएम श्री योजना में राज्य के 211 स्कूल सम्मिलित हुए हैं। इन स्कूलों में प्राइमरी और सेकेंडरी हाई स्कूल भी शामिल हैं। पैसे कुछ समय में आ जाएंगे.
छत्तीसगढ़ में अब हिंदी में होगी MBBS की पढाई:
"मातृभाषा में मेडिकल की शिक्षा, हिंदी माध्यम के छात्रों को मिलेगी उज्ज्वल भविष्य की दिशा"
हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई का निर्णय, प्रदेश के ग्रामीण और हिंदी माध्यम की पृष्ठभूमि से आने वाले छात्रों के लिए एक ऐतिहासिक कदम है।
अब वे अपनी मातृभाषा में चिकित्सा की शिक्षा प्राप्त कर… pic.twitter.com/RqrHcdskPs
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) September 14, 2024
हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई के बाद डॉक्टरों द्वारा मरीजों को हिंदी में पर्चे लिखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भविष्य में डॉक्टर हिंदी में पर्चे लिखने लगेंगे. जब हम हिंदी को इतना महत्व दे रहे हैं तो डॉक्टरों को हिंदी में पर्चे लिखना ही चाहिए.
हिंदी में विशेषज्ञों के सवाल पर उन्होंने कहा कि राज्य में हिंदी के सिलेबस की शुरुआत हो गई है, विशेषज्ञ भी आ जाएंगे। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा आत्मानंद स्कूल खोलने पर उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने आत्मानंद स्कूल खोल तो दिया, लेकिन उद्देश्य की पूर्ति वह नहीं कर पाए हैं.