Uttarakhand Avalanche: उत्तराखंड में बड़ा हादसा, चमोली के माणा गांव में ग्लेशियर टूटने से 47 मजदूर दबे, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

Mana Village Glacier Collapse: उत्तराखंड के चमोली (Chamoli) जिले के माणा गांव में एक बड़े हिमस्खलन (एवलांच) की घटना घटी है, जिससे भारी तबाही मच गई है. यह दुर्घटना शुक्रवार सुबह उस समय हुई जब माणा गांव में निर्माण कार्य में लगे मजदूरों पर ग्लेशियर टूटने (Chamoli Glacier Avalanche) से बर्फ गिर गई. अब तक की जानकारी के अनुसार, 57 मजदूरों में से 10 को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि बाकी 47 की तलाश जारी है. इस हादसे ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है.

रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी टीमें

घटनास्थल पर प्रशासन और Border Roads Organisation (BRO) की टीमें तुरंत रवाना हो गईं. इस बीच, ITBP और गढ़वाल स्काउट्स की रेस्क्यू टीम ने राहत कार्यों में तेजी ला दी है. चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने कहा कि हिमस्खलन की सूचना मिलते ही उन्होंने रेस्क्यू कार्य में सभी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इस क्षेत्र में सेना के लिए सड़क से बर्फ हटाने का कार्य कर रहे मजदूरों की यह टीम हादसे का शिकार हुई है.

ग्लेशियर टूटने की वजह से फैली दहशत

बताया जा रहा है कि हादसे के समय घटनास्थल पर बड़ी संख्या में प्राइवेट ठेकेदार के मजदूर काम कर रहे थे, जो BRO के कांट्रैक्ट पर थे. जब ग्लेशियर टूटकर बर्फ के रूप में गिरा, तो मजदूर इधर-उधर भागने लगे. कुछ मजदूर बचने में कामयाब रहे, लेकिन 57 मजदूर बर्फ की चपेट में आ गए, जिनकी तलाश अब भी जारी है.

मुख्यमंत्री ने जताया दुख

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, "जनपद चमोली में माणा गांव के निकट BRO द्वारा संचालित निर्माण कार्य के दौरान हिमस्खलन की वजह से कई मजदूरों के दबने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ. ITBP, BRO और अन्य बचाव दलों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य संचालित किया जा रहा है. भगवान बदरी विशाल से सभी श्रमिक भाइयों के सुरक्षित होने की प्रार्थना करता हूं."

मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियां

इस दुर्घटना के घटित होने के दो दिन पहले से ही उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में मौसम बेहद खराब चल रहा है. भारी बारिश और बर्फबारी के कारण नदियां उफान पर हैं और कई स्थानों पर नाले भी उग्र हो गए हैं. इस बीच, पहाड़ों में भूस्खलन और बर्फबारी की घटनाएं भी बढ़ गई हैं, जिससे स्थिति और जटिल हो गई है.

रेस्क्यू ऑपरेशन की चुनौती

हिमस्खलन की वजह से इलाके में बेहद खराब दृश्यता और बर्फ की मोटी परतें हैं, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन को और चुनौतीपूर्ण बना दिया है. हालांकि, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की टीमें घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही बाकी मजदूरों को सुरक्षित निकाला जा सकेगा.

यह घटना चमोली जिले में एक बार फिर से हिमालयी क्षेत्र की कठिनाइयों और मौसम की असमानताओं को उजागर करती है, जहां काम कर रहे मजदूरों के लिए हर दिन एक जोखिम होता है.