केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का राजकीय सम्मान के साथ बेंगलुरु में हुआ अंतिम संस्कार, केन्द्रीय मंत्री समेत इन शीर्ष नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार का मंगलवार को यहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. चामराजपेट श्मशान घाट पर पुजारियों के मंत्रोच्चारण के बीच कुमार के छोटे भाई नंद कुमार ने स्मार्त ब्राह्मण रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार किया.
बेंगलुरु: केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार का मंगलवार को यहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. चामराजपेट श्मशान घाट पर पुजारियों के मंत्रोच्चारण के बीच कुमार के छोटे भाई नंद कुमार ने स्मार्त ब्राह्मण रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार किया. इससे पहले तिरंगे में लिपटे कुमार को सेना के जवानों ने बंदूक की सलामी दी. इस दौरान उनकी पत्नी तेजस्विनी, बेटियां एश्वर्या और विजेता, परिवार के अन्य सदस्य तथा राष्ट्रीय स्तर के और राज्य के अनेक नेता मौजूद थे.
कुमार के पार्थिव शरीर के पंचतत्व में विलीन होने और नेताओं की श्रद्धांजलि के दौरान ‘भारत माता की जय’ और ‘अनंत कुमार अमर रहे’ के नारे हवा में गूंजते रहे.इस मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा और आरएसएस के महासचिव भय्याजी जोशी मौजूद रहे. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, रवि शंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, महेश शर्मा, विजय गोयल और सदानंद गौड़ा भी उपस्थित रहे. यह भी पढ़े: मंगलवार को होगा राजकीय सम्मान के साथ अनंत कुमार का अंतिम संस्कार, आधा झुका रहेगा तिरंगा
इससे पहले उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू , भाजपा कार्यकर्ताओं , समर्थकों तथा बड़ी संख्या में शोकाकुल लोगों ने कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित की. बसवनागुड़ी स्थित उनके आवास में रखे गए कुमार के पार्थिव शरीर को सैकड़ों की संख्या में शोकाकुल लोगों ने श्रद्धांजलि दी.पार्थिव देह को बाद में पार्टी के प्रदेश मुख्यालय ‘जगन्नाथ भवन’ ले जाया गया और फिर बेंगलुरु दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र के नेशनल कॉलेज ग्राउंड ले जाया गया. बसवनागुड़ी आवास से पार्थिव शरीर को एक सुज्जित सैन्य वाहन में ले जाया गया. यह भी पढ़े: अनंत कुमार के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का छलका दर्द, कहा- अहम सहयोगी और दोस्त खो दिया
इस दौरान तीनों सेनाओं के कर्मी मौजूद थे और समर्थक “भारत माता की जय” और “अनंत कुमार अमर रहें” के नारे लगा रहे थे. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के दिनों से कुमार के साथ विशेष संबंध रखने वाले नायडू ने नेशनल कॉलेज ग्राउंड में उन्हें श्रद्धांजलि दी. अंत में पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए चामराजपेट श्मशान घाट ले जाया गया. सज्जनता एवं सुलभता के लिए प्रसिद्ध बेंगलुरु के अपने “सबसे चहेते” सासंद की अंतिम झलक पाने के लिए कई स्थानों पर लोग सड़क के दोनों किनारों पर कतार में खड़े नजर आए. गृह मंत्रालय ने सोमवार को घोषणा की थी कि राजकीय सम्मान के साथ कुमार का अंतिम संस्कार किया जाएगा. यह भी पढ़े: बीजेपी के संकटमोचक थे अनंत कुमार, 6 बार कांग्रेस के उम्मीदवार को दी थी मात, जानें उनसे जुड़ी कुछ अहम बातें
बेंगलुरु दक्षिण सीट से सांसद 59 वर्षीय कुमार ने श्री शंकरा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केन्द्र में सोमवार तड़के अंतिम सांस ली. नयी दिल्ली में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार के निधन पर मंगलवार को शोक व्यक्त किया. इसमें कहा गया कि उनके “नेतृत्व’’ में भाजपा को कर्नाटक में विस्तार मिला और अंतत: पार्टी ने अपनी एक सरकार बनाई.
एक आधिकारिक बयान के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की विशेष बैठक में कहा गया कि कुमार के निधन से देश ने एक अनुभवी नेता खो दिया है. मंत्रिमंडल ने विभिन्न क्षमताओं में राष्ट्र के लिए दी गई कुमार की सेवाओं का, मूल्यांकन रिकॉर्ड भी पेश किया और उनके निधन को एक अनुभवी नेता को खो देना करार दिया. प्रधानमंत्री सोमवार रात वाराणसी से विमान से सीधे यहां पहुंचे और कुमार के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किए.